China locksdown: कोरोना के डर से घर में कैद होने को मजबूर 6.5 करोड़ लोग, नागरिकों के साथ ज्यादती कर रहा चीन?
COVID-19 restrictions: संक्रमण के कम मामलों के बावजूद अधिकारी जीरो कोविड पॉलिसी को फॉलो कर रहे हैं जिसमें लॉकडाउन, क्वारंटीन और किसी संक्रमित व्यक्ति के कॉन्टैक्ट में आने पर संदिग्धों को घरों में कैद करने की बात कही गई है. सरकार के इतने सख्त नियमों की वजह से लोगों को घर में कैद रहना पड़ रहा है.
China zero covid policy: चीन को कोरोना महामारी की जड़ माना जाता है क्योंकि दुनिया का पहला कोरोना केस इसी देश में रिपोर्ट हुआ था. करीब तीन साल बाद भी चीन इस महामारी से उबर नहीं पा रहा है और अब सरकार ने देश के 6.5 करोड़ नागरिकों पर पाबंदी लगाने का फैसला किया है. चीन ने सख्त कोविड-19 प्रतिबंधों के तहत करोड़ों लोगों को लॉकडाउन में रखा है और हॉलीडे के दौरान लोगों को घरेलू यात्राओं पर न जाने की हिदायत दी गई है. दक्षिण पश्चिमी चेंगदू शहर की करीब 2.1 करोड़ आबादी अपने फ्लैट या रिहाइशी परिसर में सिमट चुकी है, जबकि पूर्वी बंदरगाह शहर तियानजिन में कोरोना के 14 मामले सामने आने के बाद अब ऑनलाइन क्लास चल रही हैं.
नागरिकों को घर में किया कैद
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की रिपोर्ट के मुताबिक चीन में सोमवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 1,552 नए मरीज सामने आए हैं. संक्रमण के कम मामलों के बावजूद अधिकारी जीरो कोविड पॉलिसी को फॉलो कर रहे हैं जिसमें लॉकडाउन, क्वारंटीन और किसी संक्रमित व्यक्ति के कॉन्टैक्ट में आने पर संदिग्धों को घरों में कैद करने की बात कही गई है. सरकार के इतने सख्त नियमों की वजह से लोगों को घर में कैद रहना पड़ रहा है और उनका जीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो चुका है.
चीन 10-12 सितंबर तक मिड ऑटम फेस्टिवल मना रहा है और यह लूनर न्यू इयर के बाद देश का दूसरा सबसे बड़ा हॉलीडे है. वारयरस के प्रसार को रोकने के लिए अपनाए गए उपायों की वजह से अर्थव्यवस्था, यात्रा और समाज पर बहुत ज्यादा असर पड़ा है. लेकिन चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी का कहना है कि यह पाबंदियां वायरस के व्यापक प्रसार को रोकने के लिए जरूरी हैं. कोरोना वायरस पहली बार साल 2019 के अंत में मध्य चीनी शहर वुहान में पाया गया था.
चीन के 33 शहरों में सख्त पाबंदी
वुहान में संक्रमित मिले व्यक्ति के करीब होने के कारण लॉकडाउन की जद में आने या एक क्वारंटीन सेंटर में भेजे जाने के डर से लोगों के काम, सामाजिक मिलने-जुलने और यात्रा की आदतों पर गंभीर असर पड़ा है. चेंगदू में स्कूल के नए सत्र की शुरुआत में देरी हुई है और ज्यादातर निवासियों को उनके आवासीय परिसरों तक ही सीमित कर दिया गया है. सरकारी मीडिया की खबरों के मुताबिक कुल मिलाकर 33 शहरों में निवासियों को उनके घरों या परिसरों तक सीमित किया गया है. महामारी के प्रसार के बाद से चीन ने करोड़ों लोगों को बेहद सख्ती से लागू लॉकडाउन के दायरे में रखा है.
(इनपुट: एजेंसी)
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