China Hindi News: चीन की सियासत में इन दिनों खलबली मची हुई है. शुक्रवार को चीन के सेंट्रल मिलिट्री कमीशन (CMC) की एक बैठक हुई थी, जिसमें चीन के रक्षा मंत्री गायब थे. इसके बाद रक्षा मंत्री जनरल ली शांगफू को पद से हटाए जाने और हिरासत में होने की अटकलें तेज हो गईं.


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जनरल ली शांगफू चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग के करीबी माने जाते हैं.  वह इस महीने की शुरुआत से सार्वजनिक रूप से नहीं देखे गए हैं और वह 7 और 8 सितंबर को वियतनाम के सीनियर रक्षा अधिकारियों के साथ बैठक में भी शामिल नहीं हुए थे. ली इस साल जुलाई से लापता होने वाले दूसरे सीनियर मंत्री और चीन की सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीसी) के पदाधिकारी हैं.


शुक्रवार को बैठक में नहीं हुए शामिल


हांगकांग के ‘साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट’ ने चीन के सरकारी चैनल सीसीटीवी पर चली फुटेज के हवाले से शनिवार को बताया कि राष्ट्रपति शी की अगुआई में चीनी सेना की हाई कमांड सीएमसी की शुक्रवार को आयोजित बैठक से जनरल ली नदारद थे.


माओत्से तुंग के बाद सबसे शक्तिशाली नेता माने जाने वाले 70 साल के शी राष्ट्रपति के अलावा सीपीसी और सीएमसी के भी प्रमुख हैं. शुक्रवार की बैठक में पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) की पॉलिटिकल एजुकेशन पर चर्चा हुई.


तीन सदस्यों ने बैठक में लिया भाग


पोस्ट में कहा गया है कि 7 सदस्यों वाले सेंट्रल मिलिट्री कमीशन में से तीन ने बैठक में भाग लिया, जिसमें आयोग के उपाध्यक्ष हे वेइडोंग, राजनीतिक मामलों को देखने वाले एडमिरल मियाओ हुआ और अनुशासनात्मक मुद्दों के प्रभारी रॉकेट फोर्स जनरल झांग शेंगमिन शामिल हैं.


इसके अलावा, संयुक्त स्टाफ विभाग के चीफ ऑफ स्टाफ जनरल लियू जेनली और शी के भरोसेमंद सहयोगी और सीएमसी के फर्स्ट रैंक के उपाध्यक्ष जनरल झांग यूक्सिया भी बैठक में मौजूद नहीं थे.


युद्ध की तैयारी बढ़ाने का आदेश


पोस्ट ने आधिकारिक मीडिया के हवाले से बताया कि बैठक की अगुआई करने वाले शी ने पीएलए कमांडर से अपनी राजनीतिक प्रतिबद्धता को मजबूत करने और युद्ध की तैयारी बढ़ाने को कहा.जनरल ली की गैरमौजूदगी के बारे में कोई आधिकारिक सफाई नहीं दी गई है. हालांकि, उनका नाम अभी भी आधिकारिक चीनी रक्षा मंत्रालय की वेबसाइट पर सीएमसी के सदस्य के रूप में मौजूद है.


(इनपुट-पीटीआई)