Protest In China Zero Covid Policy: राष्ट्रपति शी जिनपिंग की जीरो कोविड नीति के खिलाफ जनता सड़कों पर उतर आई है. चीन के शहरों में विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं. कुछ प्रदर्शनकारियों ने शी को पद से हटने तक को कह दिया. इस बीच एक लड़की की तस्वीर वायरल हो रही है, जो जीरो कोविड नीति के खिलाफ दंगा पुलिस के सामने बेखौफ खड़ी नजर आ रही है. 


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लोग इस लड़की की जमकर तारीफ करते हुए उसे 'टैंक लेडी' बुला रहे हैं. दरअसल लड़की की तुलना उस शख्स के साथ की जा रही है, जो साल 1989 में दोनों हाथों में बैग लेकर त्यानआनमेन चौक पर टैंकों के सामने खड़ा हो गया था. उस वक्त बीजिंग में विद्रोह का क्रूरता से दमन किया गया था. 


30 साल बाद प्रदर्शनकारी एक बार फिर शंघाई और बीजिंग की सड़कों पर उतर आए हैं और खुलकर जीरो कोविड नीति का विरोध कर रहे हैं. इस दौरान एक लड़की को पुलिस के सामने अपने कैमरे से फिल्म बनाते हुए बहादुरी से खड़ा देखा गया. पहले पुलिस ने उसे धक्का दिया और फिर वे उसे ले जाते दिखाई दिए. फिलहाल यह पता नहीं चल पाया है कि बाद में उस लड़की के साथ क्या हुआ क्योंकि कैमरामैन को चीनी कानून प्रवर्तकों ने रिकॉर्डिंग करने से रोक दिया था.


इस वीडियो को पत्रकार याशर अली ने ट्वीट किया है, उन्होंने कहा, 'इस बहादुर  लड़की को देखिए, जो चीनी सरकार की पुलिस की क्रूरता के सामने बहादुरी से खड़ी है. इसके बाद वह खुद को पीटती है. जब हम ईरान को समर्थन दे सकते हैं तो चीन को भी सपोर्ट करना चाहिए.'


दूसरी ओर, विरोध प्रदर्शनों के दौरान कागज के खाली पन्ने एक अहम वस्तु बन गए हैं, जिसे कई लोग 'श्वेत पत्र क्रांति', 'कोरी चादर क्रांति' या 'ए4 क्रांति' कहते हैं. देशभर में विभिन्न प्रदर्शनों के दौरान लोगों को कागज की एक कोरी चादर पकड़े देखा गया. कुछ का कहना है कि यह सेंसरशिप से बचने का एक तरीका है. बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें जिसमें नानजिंग के कम्युनिकेशन यूनिवर्सिटी में एक महिला कोरे कागज के एक लंबे टुकड़े का एक छोर पकड़े हुई है और दूसरे छोर को एक अज्ञात व्यक्ति पकड़े हुए है. 


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