World War 3: क्या दुनिया में तीसरे विश्व युद्ध की आहट नजर आ रही है? यह सवाल चीन के शक्ति प्रदर्शन के बाद उठने लगे हैं, क्योंकि परमाणु बैलिस्टिक मिसाइलों से लैस पनडुब्बी विवादित दक्षिण चीन सागर के किनारे स्थित एक अंडरग्राउंड फैसिलिटी वाले नेवल स्टेशन पर खड़ी नजर आई है.
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China's Type 094 Submarine: दुनियाभर के कई देशों में जारी तनाव के बीच चीन लगातार अपनी सैन्य ताकत बढ़ाने में लगा है. इस बीच सैटेलाइट इमेजरी ने अब चीन की एक परमाणु पनडु्ब्बी दिखाी है, जिसमें उसके मिसाइल हैच खुले नजर आ रहे हैं. परमाणु बैलिस्टिक मिसाइलों से लैस पनडुब्बी विवादित दक्षिण चीन सागर के किनारे स्थित एक अंडरग्राउंड फैसिलिटी वाले नेवल स्टेशन पर खड़ी नजर आई. चीन के इस शक्ति प्रदर्शन से सवाल उठने लगा है कि आखिर चीन क्या चाहता है?
आखिर क्या है चीन का प्लान?
टाइम्स नाउ की रिपोर्ट के अनुसार, Google Earth के एक हाई पावर डेस्कटॉप सॉफ्टवेयर Google Earth Pro वेरिएंट से अपडेट की गई सैटेलाइट इमेज में दक्षिणी चीन के हैनान द्वीप पर लोंगपो नौसेना बेस के एक घाट पर डॉक की गई एक पनडुब्बी दिखाई दी. इस पनडुब्बी में कम से कम चार मिसाइल हैच खुले थे.
टाइप 094 परमाणु-संचालित बैलिस्टिक मिसाइल पनडुब्बियां
सोशल नेटवर्किंग साइट एक्स पर ओपन सोर्स इंटेलिजेंस हैंडल @benreuter_IMINT ने पनडुब्बी की पहचान छह चीनी टाइप 094 परमाणु-संचालित बैलिस्टिक मिसाइल पनडुब्बियों (Type 094 Nuclear-Powered Ballistic Missile Submarines) में से एक के रूप में की है. ये पनडुब्बियां प परमाणु हमलों के लिए 12 लंबी दूरी की मिसाइलों को ले जाने में सक्षम है.
लोंगपो नौसेना बेस में अंडरग्राउंड फैसिलिटी
लोंगपो नौसेना बेस चीन के टाइप 094 पनडुब्बियों के बेड़े का घर है. इस बेस में 754 फुट लंबे छह घाट हैं, जिनमें 12 पनडुब्बियों को खड़ा किया जा सकता है. न्यूज़वीक की एक रिपोर्ट के अनुसार, बेस में एक अंडरग्राउंड फैसिलिटी भी शामिल है, जिसे पनडुब्बियों को हमलों और निगरानी से बचाने के लिए डिजाइन किया गया है.
बैलिस्टिक मिसाइलों से लैस चीन की पनडुब्बियां
पेंटागन की 2023 की रिपोर्ट में कहा गया है कि चीनी सेना 370 से ज्यादा जहाजों और पनडुब्बियों के साथ दुनिया की सबसे बड़ी नौसेना होने का दावा करती है और अपनी टाइप 094 पनडुब्बियों को JL-2 या JL-3 पनडुब्बी से लॉन्च की जाने वाली बैलिस्टिक मिसाइलों से लैस कर रही है. ये मिसाइलें चीन के समुद्र-आधारित परमाणु निवारक का एक प्रमुख घटक हैं. पेंटागन का अनुमान है कि JL-2 मिसाइल की रेंज 3,900 समुद्री मील और JL-3 मिसाइल की रेंज 5,400 समुद्री मील है. JL-2 हवाई के पूर्वी जल से अमेरिका के पूर्वी तट तक पहुंच सकता है, जबकि JL-3 में चीन के तटीय जल से सीधे अमेरिका की मुख्य भूमि के कुछ हिस्सों पर हमला करने की क्षमता है.