India China Tension: अरुणाचल पर नजर रखने वाले चीन को मिला करारा जवाब, भारत के इस बयान से नहीं दिखा पाएगा चेहरा!
India China Border Dispute: चीनी मंत्रालय द्वारा अरुणाचल प्रदेश के लिए जारी मानकीकृत भौगोलिक नामों की एक तीसरी सूची जारी की गई है जिसका भारतीय विदेश मंत्रालय ने कड़ा विरोध किया है और इसे पूरी तरह से खारिज किया है.
India China Dispute Over Arunachal: भारत ने अरुणाचल प्रदेश के कुछ स्थानों का चीन द्वारा पुन: नामकरण करने को सिरे से खारिज करते हुए मंगलवार को कहा कि यह राज्य भारत का अभिन्न और अटूट हिस्सा है और नए नाम रखने से यह हकीकत बदल नहीं जाएगी. भारत की यह प्रतिक्रिया ऐसे समय में आई है, जब हाल में चीन के नागरिक मामलों के मंत्रालय ने रविवार को अरुणाचल प्रदेश के लिए 11 स्थानों के मानकीकृत नाम जारी किए थे. चीन इस क्षेत्र को दक्षिणी तिब्बत का हिस्सा बताकर इस पर अपना दावा करता है.
अरिंदम बागची ने दिया करारा जवाब
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने इसे सिरे से खारिज करते कहा कि मनगढंत नाम रखने से हकीकत बदल नहीं जाएगी. बागची ने कहा कि हमने ऐसी खबरें देखी हैं. यह पहली बार नहीं है, जब चीन ने ऐसा प्रयास किया है. हम इसे सिरे से खारिज करते हैं. उन्होंने आगे कहा कि अरुणाचल प्रदेश हमेशा से भारत का अभिन्न और अटूट हिस्सा था, है और रहेगा. नए नाम रखने से यह हकीकत बदल नहीं जाएगी.
‘ग्लोबल टाइम्स’ की खबर पर भारत का कड़ा रूख
हाल में चीन ने अरुणाचल प्रदेश के लिए 'चीनी, तिब्बती और पिनयिन' अक्षरों में नामों की तीसरी सूची जारी की है. चीन के नागरिक मामलों के मंत्रालय ने रविवार को अरुणाचल प्रदेश के लिए 11 स्थानों के मानकीकृत नाम जारी किए, जिसे वह स्टेट काउंसिल, चीन की कैबिनेट द्वारा जारी भौगोलिक नामों पर नियमों के अनुसार तिब्बत का दक्षिणी भाग जंगनान बताता है. चीन की सरकार द्वारा संचालित ‘ग्लोबल टाइम्स’ ने सोमवार को अपनी एक खबर में कहा कि मंत्रालय ने रविवार को 11 स्थानों के आधिकारिक नाम जारी किए, जिनमें दो भूमि क्षेत्रों, दो आवासीय क्षेत्रों, पांच पर्वत चोटियों और दो नदियों सहित उनके सटीक निर्देशांक भी दिए गए हैं. इसके अलावा स्थानों के नाम और उनके अधीनस्थ प्रशासनिक जिलों की श्रेणी सूचीबद्ध की गई है.
चीनी विदेश मंत्रालय का बयान
चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने भारत की आलोचना पर प्रतिक्रिया देते हुए बीजिंग में संवाददाता सम्मेलन में दावा किया कि 'जंगनान' चीनी क्षेत्र का हिस्सा है. उन्होंने कहा कि स्टेट काउंसिल के भौगोलिक नामों को लेकर प्रशासन के संबंधित नियमों के अनुसार चीन की सरकार के सक्षम अधिकारियों ने जंगनान के कुछ हिस्सों के नामों का मानकीकरण किया है. यह चीन के संप्रभु अधिकारों के दायरे में किया गया है.
(इनपुट: एजेंसी)
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