Pakistan Financial Crisis: पाकिस्तान के आर्थिक हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं. विदेशी मुद्रा नहीं होने की वजह से विदेश से जरूरी सामान नहीं आ पा रहा है. जिसका नतीजा यह हो रहा है कि वहां लोगों का बिजनेस ठप पड़ रहा है. ऐसी स्थिति में खाने पीने का सामान खरीदने के लिए भी लोगों को कड़ी मशक्कत करना पड़ रही है. महंगाई आसमान छू रही है और बेरोजगारी अपने चरम पर है. खुद पाकिस्‍तान सरकार के रक्षा मंत्री कह चुके हैं कि पाकिस्तान दिवालिया हो चुका है. ऐसे में उनका ये बयान खूब वायरल हो रहा है. क्‍या आप जानते हैं कोई देश कब दिवाला हो जाता है? अगर नहीं जानते हैं तो यहां जान लीजिए.          


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आसान भाषा में जानते हैं कोई देश कैसे दिवालिया घोषित होता है? 


जब किसी देश के पास विदेशी मुद्रा कम हो जाती है तो चिंता बढ़ने लगती है और ये स्थिति और भी ज्‍यादा घातक जब होती है तब विदेशी मुद्रा भंडार इतना कम हो जाए कि आप विदेश से जो सामान मंगाते हैं. उसका पेमेंट करने के लिए आपके पास पैसा न हो. ऐसा होने पर देश को दिवालिया घोषित माना लिया जाता है.


कर्ज नहीं लिया तब भी बन सकते हैं दिवालिया? 


इसका सीधा मतलब यह होता है कि अगर कोई इंटरनेशनल संस्थाओं या दूसरे देशों से कर्ज नहीं भी लेता है तो भी वह दिवालिया हो सकता है. ऐसा जब होता है तब वह देश में आयात किए गए सामान की कीमत नहीं चुका पाता. 


प्रोफेसर किन लोगों को मानते हैं दिवालिया? 


JNU के प्रोफेसर अरुण कुमार का मानना है कि अगर किसी देश के पास विदेशी कर्ज से कम रकम, विदेशी मुद्रा भंडार के तौर पर है तो उसे दिवालिया नहीं मान सकते हैं. विदेशी कर्ज चीन, अमेरिका, जापान सहित ज्‍यादातर देशों पर है. सबसे बड़ा मुद्दा यह है कि उस देश की क्रेडिट रेटिंग कैसी है? उनके मुताबिक, अगर आप तय समय तक कर्ज नहीं लौटाते हैं तो यह दिवालिया होने की शुरुआत मानी जाती है.


क्‍या होगा पाकिस्‍तान का?


अर्जेंटीना साल 2001 में डिफॉल्टर हो गया था. देश ने साफ कह दिया था कि उसके पास कर्जा देने के लिए पैसे नहीं हैं. इस स्थिति में घाना ने उसके नेवी शिप को सीज कर लिया था. ऐसा ही पाकिस्‍तान के साथ हो सकता है कि वह अपनी मौजूद प्रॉपर्टी को बेच दे. लंदन और अमेरिका में पाकिस्तान अपनी डिप्लोमेटिक इमारतों और आलीशान होटल को बेच सकता है.


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