पाकिस्तान में एक बार फिर बाढ़ से तबाही मच गई है. अब तक कुल 86 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं, 150 से ज्यादा लोग घायल हो चुके हैं. यही नहीं, बाढ़ की चपेट में आने से 100 से ज्यादा घर तबाह हो चुके हैं. ऐसे में पाकिस्तान पर चारों ओर से मार पड़ रही है. पिछले साल आए बाढ़ में हुए नुकसान से पाकिस्तान अभी तक उबर नहीं पाया था कि इस बार फिर तबाही सिर पर खड़ी हो गई.


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पाकिस्तान कंगाल हो चुका है और इस बार के बाढ़ में वो आर्थिक रूप से और कमजोर हो जाएगा. पिछली बार के बाढ़ में 10 लाख लोग सड़क पर आ गए थे. मौसम विभाग ने इस बार पाकिस्तान में भारी बाढ़ की संभावना जताई है, हालांकि इसे लेकर पाकिस्तान ने किसी प्रकार की तैयारी नहीं की. इस बीच पाकिस्तान के लोग कह रहे हैं कि ये भारत की तरफ से छोड़े गए पानी की वजह से हो रहा है.


उनका कहना है कि जब जरूरत होती है तो भारत पानी नहीं छोड़ता है और जब जरूरत नहीं होती है तो वो पाकिस्तान की तरफ पानी छोड़कर दुश्मनी निकालता है. वहीं, कुछ लोगों का कहना है कि पाकिस्तान की मौजूदा हालत के लिए वो खुद जिम्मेदार हैं. अगर पाकिस्तान ने समय पर बांध बना लिया होता तो भारत की तरफ से छोड़े जाने वाले पानी का सही इस्तेमाल किया जा सकता था और बाढ़ से बचा जा सकता था.


रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत की तरफ से करीब 1.85 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है. इसकी वजह से पाकिस्तान में बाढ़ को लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है. वहां की रावी नदी में पानी का स्तर तेजी से बढ़ रहा है.


स्थानीय मीडिया से बातचीत के दौरान एक पाकिस्तानी बुजुर्ग ने कहा कि भारत पानी छोड़े या न छोड़े ये उसकी मर्जी है. पाकिस्तान को चाहिए कि वो बांध बनाए. दो साल पहले बांध बनाने के लिए फंड जुटाया गया था लेकिन बांध नहीं बनाया गया. ये पाकिस्तान की गलती है कि उसने बांध नहीं बनाया. पिछले साल बाढ़ से हुए नुकसान की भरपाई के लिए पाकिस्तान पूरी दुनिया के सामने हाथ फैलाया था और मदद की मांग की थी.