Pakistan Financial Crisis: आर्थिक तंगी (Economic Crisis) से जूझ रहे पाकिस्तान (Pakistan) ने हज तीर्थयात्रियों (Hajj Pilgrims) का कोटा सऊदी अरब (Saudi Arabia) को वापस कर दिया है. वहीं अलग-अलग सेक्टर में काम करने वाले लाखों लोगों को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा है. पाकिस्तान में आर्थिक हालात इतने खराब हो चुके हैं कि उसने इतिहास में पहली बार हज तीर्थयात्रियों के लिए सऊदी अरब से मिले कोटे को लौटा दिया. बताया जा रहा है कि 8 हजार सरकारी योजना कोटा को वापस कर दिया गया है. बढ़ती महंगाई और आर्थिक तंगी की वजह से पाकिस्तान में हज के लिए जीतनी सीटें थी उससे कम आवेदन आए थे, जिसके बाद पाकिस्तान ने खाली पड़ी हज कोटे की सीटों को सऊदी अरब को सरेंडर कर दिया.


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पाकिस्तान ने बचाए 196 करोड़ रुपये


बता दें कि हज कोटा सऊदी अरब को वापस करने से पाकिस्तान का बड़ा फायदा भी हुआ है. पाकिस्तानी सरकार ने ऐसा करके करीब 24 मिलियन डॉलर यानी 196 करोड़ भारतीय रुपये से ज्यादा बचा लिए हैं. पाकिस्तान को वापस की गईं हज कोटे की इन सीटों के लिए अब कोई शुल्क नहीं देना होगा.


5 लाख से ज्यादा लोग हुए बेरोजगार


जान लें कि मौजूदा वित्तीय वर्ष में पाकिस्तान के इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन में भारी गिरावट आई है, जिसके कारण अलग-अलग सेक्टर में जॉब करने वाले लाखों लोगों की नौकरी चली गई है. पाकिस्तानी अखबार डॉन के मुताबिक, कराची के 4 औद्योगिक क्षेत्रों और देशव्यापी ऑटो वेंडिंग यूनिटों में 5 लाख से ज्यादा लोग बेरोजगारी हो गए हैं.


50% कपड़ा उद्योग आंशिक रूप से बंद


इसके अलावा सिंध में 30 से 50 फीसदी कपड़ा उद्योग आंशिक रूप से बंद हो गए हैं. पाकिस्तान के 75 फीसदी उद्योगों ने अपना उत्पादन कम कर दिया है. कुछ उद्योग या तो बंद हो गए हैं या उन्होंने अपनी एक शिफ्ट को खत्म कर दी है. पाकिस्तान इन दिनों गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहा है. वहां महंगाई आसमान छू रही है.


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