इस्‍लामाबाद: पाकिस्‍तान की जेल में बंद कुलभूषण जाधव (Kulbhushan Jadhav) को पाकिस्‍तान ने दोबारा काउंसलर एक्‍सेस की सुविधा देने से इनकार कर दिया है. इस संबंध में हमारे सहयोगी WION न्‍यूज चैनल ने पाकिस्‍तान के विदेश मंत्रालय से सवाल किया तो प्रवक्‍ता मोहम्‍मद फैसल ने कहा कि दोबारा मीटिंग नहीं होगी. भारत ने इस मुद्दे पर अभी प्रतिक्रिया नहीं दी है.


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इससे पहले पाकिस्‍तान सरकार ने दो सितंबर को कुलभूषण जाधव (Kulbhushan Jadhav) को कांउसलर एक्‍सेस मुहैया कराया. भारत ने पाकिस्‍तान के भारतीय डिप्‍टी हाई कमिश्‍नर गौरव अहलूवालिया को जाधव से मिलने भेजा. गौरव अहलूवलिया और कुलभूषण जाधव (Kulbhushan Jadhav) के बीच ढाई घंटे मुलाकात हुई.


सूत्रों के मुताबिक पाकिस्‍तान ने दोनों की मुलाकात अज्ञात जगह करवाई. इस दौरान पाकिस्‍तानी अधिकारी भी मौजूद रहे. पाकिस्‍तान की ओर से बिना शर्त के काउंसलर एक्‍सेस देने की बात कही गई थी. उस मुलाकात के बाद भारत ने कहा कि मुलाकात के दौरान जाधव दबाव में दिख रहे थे. पूरी रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई करेंगे. पाकिस्तान द्वारा कुलभूषण जाधव पर झूठे आरोपों को कबूल करने का दबाव है. कुलभूषण जाधव के लिए न्याय की कोशिशें जारी रहेंगी. जाधव को भारत सुरक्षित वापस लाने की कोशिश भी जारी रहेगी. विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कुलभूषण जाधव की मां से बात की. 


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कुलभूषण मामले में भारत का बयान - मुलाकात के दौरान जाधव दबाव में दिख रहे थे


बता दें कि भारत करीब 3 साल से कुलभूषण जाधव का काउंसलर एक्‍सेस लेना चाह रहा था. भारत के रिटायर्ड नेवी अफसर जाधव को पाक की सैन्य अदालत ने अप्रैल 2017 में जासूसी और आतंकवाद के आरोप पर मौत की सजा सुनाई थी. इसके बाद भारत इस मामले को अंतरराष्ट्रीय अदालत में ले गया था. कोर्ट ने जाधव की फांसी पर रोक लगा दी थी. इस साल जुलाई में आईसीजे ने पाक को आदेश दिया था कि वह बिना देर किए जाधव को काउंसलर एक्सेस मुहैया करवाए.


(सिद्धांत सिब्‍बल के इनपुट के साथ)