Pakistan-Afghanistan Relations: पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने शनिवार को दावा किया कि उनके देश में खून-खराबा करने वाले आतंकवादियों को पड़ोसी देश अफगानिस्तान में शरण मिल रही है और पाकिस्तान अब इसे सहन नहीं करेगा. आसिफ ने कहा, ‘अफगानिस्तान पड़ोसी देश होने का कर्तव्य नहीं निभा रहा है और दोहा समझौते का पालन नहीं कर रहा है. पचास से साठ लाख अफगानों को सभी अधिकारों के साथ पाकिस्तान में 40 से 50 वर्ष के लिए शरण प्राप्त है.’


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मंत्री ने कहा, ‘लेकिन इसके विपरीत पाकिस्तानियों का खून बहाने वाले आतंकवादियों को अफगानी धरती पर पनाह मिल सकती है. इस तरह की स्थिति अब और नहीं चल सकती. पाकिस्तान अपनी सरजमीं और नागरिकों की रक्षा के लिए अपने सभी संसाधनों का इस्तेमाल करेगा.’


पाकिस्तानी सेना की अफगानिस्तान को चेतावनी
पाकिस्तानी सेना द्वारा अफगानिस्तान को आतंकवादियों को पाकिस्तान में हमलों के लिए अपनी सरजमीं का इस्तेमाल करने से रोकने की चेतावनी देने के एक दिन बाद रक्षा मंत्री ने यह बयान दिया है.


बलूचिस्तान में मारे गए 12 पाक सैनिक
बलूचिस्तान में 13 जुलाई को दो आतंकवादी घटनाओं में 12 सैनिकों के मारे जाने के बाद पाकिस्तान में रोष है. पाकिस्तानी तालिबान आतंकवादियों के एक समूह ने हमले की जिम्मेदारी ली है.


पाकिस्तान सरकार और तालिबान सरकार आमने सामने
पाकिस्तान ने काबुल की तालिबान सरकार पर देश में प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के आतंकवादियों की मौजूदगी को बर्दाश्त करने का आरोप लगाया है.


तालिबान की वापसी के बाद से बढ़े टीटीपी के हमले
पूरे पाकिस्तान में शरिया कानून के लिए लड़ रहे टीटीपी आतंकवादी अक्सर देश में हमले करते रहते हैं. 2021 में अफगान तालिबान के सत्ता में आने के बाद से पाकिस्तान में टीटीपी हमलों में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है.


(इनपुट - एजेंसी)