World का सबसे बड़ा Cosmetic Surgery Market बनने की राह पर China, जानिए वजह और खतरे
चीन (China) में कॉस्मेटिक सर्जरी (Cosmetic Surgery) का चलन बहुत तेजी से बढ़ रहा है. यहां कॉस्मेटिक सर्जरी का मार्केट (Cosmetic Surgery Market) पिछले 4 साल में तीन गुना बढ़ गया है. अब कॉस्मेटिक सर्जरी के मामले में चीन दुनिया में केवल अमेरिका (US) से पीछे है. यहां तक कि चीन में ऐसी नौकरियां भी बढ़ रही हैं, जो महिला कैंडिडेट के खूबसूरत होने की मांग करती हैं. इसके कारण भी महिलाएं सर्जरी कराने पर मजबूर हैं.
आंखें बड़ी दिखाने के लिए कॉस्मेटिक सर्जरी
आंखें बड़ी दिखाने के लिए दोहरी आईलिड लगवाने का चलन तो एकदम आम हो गया है. इसके लिए लोग कॉस्मेटिक सर्जरी के लिए समर्पित वेबसाइट्स पर बातचीत करते हैं. बीबीसी न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक गेंगमई नाम की ऐसी ही एक वेबसाइट खासी लोकप्रिय है. 2013 में लॉन्च हुई इस Gengmei वेबसाइट के यूजर्स 10 लाख से 3.6 करोड़ पर पहुंच गए हैं. इन यूजर्स में आधे से ज्यादा युवा महिलाएं हैं, जिनकी उम्र 20 से 30 साल के बीच है.
दुनिया में अमेरिका के बाद दूसरे नंबर पर चीन
चीन में कॉस्मेटिक सर्जरी के प्रति नजरिया इतनी तेजी से बदल रहा है कि अब दुनिया में अमेरिका के बाद सबसे ज्यादा कॉस्मेटिक सर्जरी चीन में हो रही हैं. डेलॉइट की एक रिपोर्ट के अनुसार, चीन में इसका मार्केट 4 साल में 3 गुना हो गया है. 2019 में यह मार्केट लगभग 177 बिलियन युआन (27.3 बिलियन डॉलर या 20 खरब रुपय से ज्यादा का था, जिसमें अब 28.7% की सालाना बढ़ोतरी हो गई है.
बन सकता है सबसे बड़ा कॉस्मेटिक सर्जरी मार्केट
द ग्लोबल टाइम्स के अनुसार, यदि हालात ऐसे ही रहे तो इस दशक के मध्य तक चीन दुनिया का सबसे बड़ा कॉस्मेटिक सर्जरी मार्केट बन सकता है.
नौकरियों में खूबसूरत लड़कियों की मांग
फैशन रिटेल, मॉडलिंग के अलावा कई ऐसे क्षेत्र हैं जिनमें महिलाओं को नौकरी देते वक्त उनकी खूबसूरती देखी जा रही है. इसके चलते लड़कियों में कॉस्मेटिक सर्जरी का चलन बहुत बढ़ा है. फैशन रिटेल में काम करने वाली रक्सिन कहती हैं कि भले ही लोग इस बात का ढिंढोरा न पीटें कि उन्होंने कॉस्मेटिक सर्जरी कराई है, लेकिन अगर आप उनसे पूछेंगे तो वे इसका जवाब हां में देंगे.
बिना लाइसेंस के चल रहे हजारों क्लीनिक
ग्लोबल टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, देश में 2019 में 60 हजार से ज्यादा बिना लाइसेंस वाले प्लास्टिक सर्जरी क्लीनिक थे. ऐसे क्लीनिक्स के कारण हर साल 40 हजार से ज्यादा मेडिकल एक्सीडेंट हो रहे हैं. इसे इस तरह भी कह सकते हैं कि रोजाना औसतन 110 खराब ऑपरेशन हो रहे हैं. इसके कारण कोर्ट में भी ऐसे मामलों की संख्या बढ़ी है.
(सभी फोटो: बीबीसी न्यूज)