Vietnam Philippines Against China: दुनिया में अपनी दबंगई दिखाने की कोशिश रहे चीन के खिलाफ दुनिया के तमाम देश एकजुट होते जा रहे हैं. अब दक्षिण चीन सागर में भारत के 2 मित्र देशों ने भी चीन के खिलाफ हाथ मिला लिया है. दोनों देश दक्षिण-पूर्वी एशियाई देशों के संगठन आसियान के प्रमुख सदस्य हैं और पारंपरिक रूप से चीन को विरोधी रहे हैं. दोनों देशों ने तय किया है कि वे आपस में सहयोग बढ़ाएंगे और दक्षिण चीन सागर में एकजुट होकर अंतरराष्ट्रीय नियमों का पालन सुनिश्चित करेंगे. 


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चीन को दे चुका है पटखनी


चीन के खिलाफ मुखर होने वाले इन दोनों देशों का नाम वियतनाम और फिलीपींस (Vietnam Philippines Against China) है. इनमें से वियतनाम कम्युनिस्ट देश है और उसकी चीन के साथ सीमा मिलती है. वर्ष 1987 में चीन ने वियतनाम पर हमला किया था लेकिन वियतनाम ने गुरिल्ला लड़ाई लड़कर उसे करारी हार दी थी. उस हार को चीन आज तक भुला नहीं पाया है. 


इस बात से खफा रहता है चीन


चीन इस बात से भी खफा रहता है कि कम्युनिस्ट देश होने के बावजूद वियतनाम (Vietnam Philippines Against China) उसका लेफ्ट हैंड बनकर क्यों नहीं रहता है और उसके हुक्म पर डांस क्यों नहीं करता है. वहीं वियतनाम एक लोकतांत्रिक देश है और अधिकतर वक्त तक पश्चिमी देशों के प्रभाव में रहा है. दोनों देश इन दिनों चीन की दबंगई का सामना कर रहे हैं. 


ड्रैगन की दबंगई से देश परेशान


इस विवाद की जड़ दक्षिण चीन सागर है. चीन इस पूरे समुद्र को अपने जलीय क्षेत्र का विस्तार मानता है. यही आधार बनाकर ड्रैगन ने इन दोनों देशों (Vietnam Philippines Against China) के कई द्वीपों पर जबरन कब्जा किया हुआ है. इसके साथ ही चीनी नौसेना और कोस्ट गार्ड अक्सर इन दोनों देशों के मछली पकड़ने वाले जहाजों को जब्त कर लेते हैं. चीन के इस रवैये की वजह से आसपास के सभी देशों को पास आने को मजबूर कर दिया है. 


वियतनाम के विदेश मंत्री ने किया स्वागत


फिलीपींस के विदेश मंत्री एनरिक मनालो सोमवार को वियतनाम (Vietnam Philippines Against China) की राजधानी पहुंचे. वहां पर उन्होंने वियतनाम-फिलीपींस संयुक्त आयोग (जेसीबीसी-10) की 10वीं बैठक की सह-अध्यक्षता की. इस दौरान वियतनाम के विदेश मंत्री बुई थान सन ने उनका जोरदार स्वागत किया. उन्होंने कहा कि फिलीपींस के विदेश मंत्री की यह महत्वपूर्ण यात्रा रही. इस यात्रा ने दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने में योगदान दिया. 


चीन के खिलाफ सहयोग करेंगे गहरा


उन्होंने कहा कि वियतनाम और फिलीपींस (Vietnam Philippines Against China) ने विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के उपाय करने पर सहमति व्यक्त की है. इस बैठक में दोनों देशों ने वियतनाम-फिलीपींस रणनीतिक साझेदारी को अगले दौर में ले जाने पर मुहर लगाई. बैठक में यह भी फैसला लिया गया कि फिलीपींस के राष्ट्रपति फर्डिनेंड रोमुअलडेज मार्कोस जूनियर जल्द ही वियतनाम की यात्रा पर आएंगे. इससे दोनों देशों के बीच शीर्ष स्तर पर तालमेल मजबूत होगा.