Leicester: ब्रिटेन में भारतीयों के खिलाफ हिंसा में इंडिया-PAK मैच का कनेक्शन, जानें इस फसाद की Inside Story
Leicester Clash: लेस्टरशायर पुलिस ने कहा कि पूर्वी लीसेस्टर में किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए उसका अभियान जारी है और 15 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने कहा कि हम हिंसा, अव्यवस्था या अराजकता बर्दाश्त नहीं करेंगे.
Leicester Hindu-Muslim Clash: भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट मैच को लेकर शुरू हुआ तनाव और झगड़ा अब सड़कों पर दिखने लगा है. ब्रिटिश मीडिया ने उत्तर-पश्चिम लंदन के लीसेस्टर शहर में तनाव और हिंसा की कई खबरें रिपोर्ट की हैं. हिंदुओं और मुसलमानों की भीड़ के बीच सड़क पर संघर्ष के बाद कई विदेशी मीडिया हाउस ने तो इसे बड़े पैमाने पर आपदा तक कह दिया है.
लीसेस्टर में क्या हो रहा है?
रविवार को लीसेस्टर पुलिस ने ट्विटर पर जानकारी दी थी कि पूर्वी लीसेस्टर के कुछ हिस्सों में कल शाम (शनिवार, 17 सितंबर) से आज सुबह (रविवार) तक गंभीर अव्यवस्था देखनो को मिली है. युवाओं के समूह द्वारा विरोध शुरू करने के बाद सड़कों पर काफी भीड़ देखने को मिली. पुलिस ने शांति की अपील करते हुए चेतावनी दी है कि हम अपने शहर में हिंसा या अव्यवस्था बर्दाश्त नहीं करेंगे. इन घटनाओं में पुलिस ने अब तक 15 लोगों को गिरफ्तार किया है.
अशांति के पीछे क्या कारण है?
भारत और पाकिस्तान के बीच एशिया कप टी20 में क्रिकेट मैच के बाद से लीसेस्टर के कुछ हिस्सों में 28 अगस्त से तनाव बढ़ता ही जा रहा है. भारत ने इस मैच को दो गेंद शेष रहते हुए जीत लिया था. भारत के समर्थक लीसेस्टर के बेलग्रेव में जीत का जश्न मनाने के लिए जुटे थे, तभी हिंसा भड़क उठी. यह सब तब शुरू हुआ जब एक आदमी की टी-शर्ट फाड़ दी गई. कुछ लोग उसे पंच मारते हुए भी दिखे थे. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में टीम इंडिया की जर्सी पहने फैन्स सड़क पर 'पाकिस्तान मुर्दाबाद' के नारे लगाते दिख रहे हैं. इस दौरान पुलिस अधिकारी एक व्यक्ति को गिरफ्तार करता हुआ दिखाई दे रहा है और एक वीडियो में एक ग्रुप को एक व्यक्ति की पिटाई करते और उसकी कमीज फाड़ते हुए दिखाया गया है.
ताजा हिंसा के कारण क्या हुआ?
हिंसा की पहली घटना के बाद से लीसेस्टर सुर्खियों में छाया हुआ है. हिंदू समुदाय का कहना है कि वह घृणा अपराध का शिकार रहा है. 18 सितंबर को पोस्ट किए गए एक वीडियो में एक मंदिर को तोड़ते हुए दिखाया गया है. एक हिंदू मानवाधिकार कार्यकर्ता रश्मि सावंत के अनुसार हिन्दुओं की कारों और अन्य संपत्तियों को भी नष्ट कर दिया गया.
भारत ने जताया कड़ा विरोध
भारत ने पूर्वी इंग्लैंड के लीसेस्टर शहर में भारतीय समुदाय के खिलाफ हिंसा और हिंदू परिसर में तोड़फोड़ की कड़ी निंदा की और इन हमलों में शामिल लोगों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की. भारतीय उच्चायोग ने यहां एक बयान में कहा कि उसने इस मुद्दे को ‘पुरजोर तरीके से’ उठाया है और शहर में सप्ताहांत में झड़पों की खबरों के बाद ब्रिटेन के अधिकारियों से प्रभावित लोगों के लिए सुरक्षा का आह्वान किया है. उच्चायोग ने कहा कि हम लीसेस्टर में भारतीय समुदाय के खिलाफ हुई हिंसा और हिंदू धर्म के परिसरों और धार्मिक प्रतीकों के तोड़फोड़ की कड़ी निंदा करते हैं. हमने ब्रिटेन के अधिकारियों के साथ इस मामले को पुरजोर तरीके से उठाया है और इन हमलों में शामिल लोगों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की है. हम अधिकारियों से प्रभावित लोगों को सुरक्षा प्रदान करने का आह्वान करते हैं.
लीसेस्टर में हिंदुओं और मुसलमानों का प्रतिशत कितना है?
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो लीसेस्टर में मुसलमानों और हिंदुओं की संख्या लगभग समान थी. एक रिपोर्ट में बताया गया था कि लीसेस्टर में मुसलमानों की आबादी 7.4 प्रतिशत और हिन्दुओं की 7.2 प्रतिशत है. वहीं, यहां सिखों की जनसंख्या 2.4 प्रतिशत सबसे ज्यादा 55 प्रतिश ईसाई हैं.
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(एजेंसी इनपुट के साथ)