बीजिंग: भारत के साथ सीमा विवाद के बीच चीन (China) ने सैन्य तैयारियां तेज कर दी हैं. राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) ने सेना को युद्ध के लिए तैयार रहने को कहा है. जिनपिंग ने सेना को आदेश दिया है कि वो हर संभव कार्रवाई के लिए तैयार रहे. साथ ही उन्होंने वास्तविक युद्ध परिस्थितियों में ट्रेनिंग पर भी जोर दिया है. चीनी राष्ट्रपति का ये आदेश कई सवाल खड़े करता है. क्योंकि सीमा विवाद को लेकर भारत के साथ उसका गतिरोध बरकरार है. 


‘Technology को अपनाएं’     


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हांगकांग के अखबार साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट के अनुसार, शी जिनपिंग (Xi Jinping) ने कहा कि पीपल्स लिब्रेशन आर्मी (PLA) को किसी भी कार्रवाई के लिए तैयार रहना चाहिए और हर समय युद्ध की तैयारी रखनी चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि अग्रिम टकरावों का इस्तेमाल सैन्य क्षमता बढ़ाने के लिए होना चाहिए और प्रशिक्षण में टेक्नॉलजी के इस्तेमाल पर जोर दिया जाना चाहिए. 


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Research पर दिया जोर 


चीन में सशस्त्र बलों की शक्तियों का विस्तार करने वाले नए संशोधित कानून के प्रभाव में आने के मौके पर दिए गए आदेश में जिनपिंग ने कहा कि कि सेना अपने अधिकारियों एंव सैनिकों को असली युद्ध परिदृश्य में प्रशिक्षित करे, युद्ध एवं सैन्य अभियानों के बारे में शोध पर ज्यादा ध्यान दे, अभ्यास की मारकता बढ़ाए और आपात स्थिति से निपटने के लिए हर पल तैयार रहे. 


2012 से जारी है अभियान 


2012 में राष्ट्रपति और सेंट्रल मिलिट्री कमीशन (CMC) के प्रमुख बनने के बाद से शी लगातार PLA को युद्ध के लिए तैयार करने में जुटे हैं. चीनी सेना को आधुनिक बनाने के लिए उन्होंने 2015 में एक बड़े अभियान की शुरुआत की थी. वहीं, दक्षिण चीन सागर में अमेरिका को रोकने के लिए और ताइवान को डराने के लिए भी चीन ने युद्दाभ्यास को तेज कर दिया है.


पिछले साल से है तनाव
चीनी राष्ट्रपति ने आगे कहा कि PLA को ट्रेनिंग और युद्ध प्रक्रियाओं में नए उपकरणों, नई ताकतों और नए युद्ध क्षेत्रों का एकीकरण बढ़ाना चाहिए. आदेश में कहा गया है कि सैन्य कमांडरों को प्रशिक्षण में वैज्ञानिक एवं तकनीकी का अधिक इस्तेमाल करने तथा उच्च प्रौद्योगिकी हार्डवेयर एवं विधियों को इस्तेमाल करने की अपनी इकाइयों की क्षमता और निखारने की जरूरत है. गौरतलब है कि शी जिनपिंग ने सेना को ये आदेश ऐसे समय दिया है जब सीमा पर भारत के साथ कई महीनों से तनाव चल रहा है. पिछले साल जून में लद्दाख में हिंसक झड़प के बाद से दोनों देशों में गतिरोध बरकरार है.