Yoga For Joint Pain: सर्दियों में जोड़ों के दर्द को दूर करेंगे ये 5 योगासन, पाएं लचीलापन और आराम
सर्दियों के मौसम में जोड़ों का दर्द एक आम समस्या बन जाती है. ठंड के कारण मांसपेशियां सिकुड़ जाती हैं, जिससे हड्डियों के बीच की चिकनाई कम हो जाती है और दर्द होने लगता है. खासकर बुजुर्गों के लिए यह परेशानी और बढ़ जाती है. लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है! योग के कुछ आसन इस मौसम में जोड़ों के दर्द से राहत दिलाने और उन्हें मजबूत बनाने में मददगार साबित होते हैं. आइए जानते हैं ऐसे ही 5 योग आसनों के बारे में.
सूर्य नमस्कार
इसे योग का संपूर्ण अभ्यास माना जाता है, इसमें 12 आसन शामिल होते हैं, जो शरीर के सभी अंगों को खींचते और मजबूत बनाते हैं. नियमित रूप से सूर्य नमस्कार करने से जोड़ों का दर्द कम होता है, लचीलापन बढ़ता है और ब्लड सर्कुलेशन भी बेहतर होता है.
वृक्षासन
यह आसन पेड़ के समान खड़े होकर किया जाता है, यह पैरों और घुटनों की मांसपेशियों को मजबूत बनाता है, जिससे जोड़ों पर दबाव कम होता है. इसके अलावा, यह आसन शरीर के संतुलन को भी बेहतर बनाता है.
वीरभद्रासन
यह आसन दो रूपों में किया जाता है, वीरभद्रासन 1 और वीरभद्रासन 2. दोनों ही आसन पैरों की मांसपेशियों को खींचते और मजबूत बनाते हैं, साथ ही रीढ़ की हड्डी को भी लचीला बनाते हैं. जोड़ों के दर्द में यह आसन काफी फायदेमंद साबित होता है.
ताड़ासन
इसे पर्वतासन या माउंटेन पोज भी कहा जाता है. यह आसन खड़े होकर सीधे हाथ और पैर रखकर किया जाता है. यह आसन शरीर के संतुलन को बेहतर बनाता है, रीढ़ की हड्डी को सीधा रखता है और पैरों की मांसपेशियों को मजबूत बनाता है.
बालासन
यह आसन विश्राम के लिए बहुत अच्छा है. इसमें घुटनों के बल बैठकर माथा जमीन पर टिका लेना होता है. यह आसन रीढ़ की हड्डी को आराम देता है, तनाव कम करता है और जोड़ों के दर्द में राहत देता है.