क्रिसमस पर नहीं होता ये करिश्मा तो आज धरती के `कुबेर` नहीं बनते एलन मस्क, अब 400 अरब डॉलर दौलत वाले दुनिया के पहले इंसान
Elon Musk Net Worth: `मेरे बैंक में कितना पैसा है, इसे मैं सफलता का पैमाना नहीं मानता, मैं हर सुबह किसी नई तकनीकी समस्या का हल ढूंढने के लिए उठना चाहता हूँ.` ये लाइनें उस शख्स की हैं, जिसके बैंक खाते में इतना पैसा है, जिसे गिनने के लिए कई साल लग जाएंगे.
Elon Musk Net worth:
Elon Musk Net worth: 'मेरे बैंक में कितना पैसा है, इसे मैं सफलता का पैमाना नहीं मानता, मैं हर सुबह किसी नई तकनीकी समस्या का हल ढूंढने के लिए उठना चाहता हूँ.' ये लाइनें उस शख्स की हैं, जिसके बैंक खाते में इतना पैसा है, जिसे गिनने के लिए कई साल लग जाएंगे. अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की जीत के साथ ही एलन मस्क पर पैसों की बरसात शुरू हो गई. वो भी ऐसी बरसात जो रुकने का नाम नहीं ले रही है. दुनिया के सबसे अमीर इंसान एलन मस्क की संपत्ति इतनी बढ़ गई कि अब वो इतिहास रचने जा रहे हैं. एलन मस्क की संपत्ति 400 अरब डॉलर के पार जा चुकी है. महज 24 घंटे के भीतर उनकी संपत्ति 62 अरब डॉलर बढ़ गई.
एलन मस्क के आस-पास दूर-दूर तक कोई नहीं
ब्लूमबर्ग बिलेनियर्स इंडेक्स की अरबपतियों की लिस्ट में एलन मस्क की संपत्ति 447 अरब डॉलर के पार पहुंच गई है. उनकी संपत्ति के आसपास कोई नहीं है. उन्होंने दुनियाभर के अरबपतियों को बहुत दूर छोड़ दिया है. सिर्फ 2024 में एलन मस्क से 218 अरब डॉलर की कमाई कर ली. इस संपत्ति में ट्रंप की जीत के बाद से बेतहाशा बढ़ोतरी हुई है. मस्क की कंपनियों के शेयर तूफान बने हुए हैं. ट्रंप की जीत के बाद से टेस्टा के शेयर 47 फीसदी तक उछल चुके हैं. मस्क 400 अरब डॉलर की संपत्ति के आंकड़े को पार करने वाले पहले इंसान बन गए हैं. अब उनकी नजर साल 2025 में 500 अरब डॉलर की संपत्ति पर पहुंचने की है.
सफलता के पीछे मस्क का लंबा संघर्ष
ऐसा नहीं है कि एलन मस्क को बैठे-बिठाए से सफलता मिल गई. न ही उनके पास खानदारी खजाना पड़ा था, जिससने उन्हें आज दुनिया का सबसे अमीर उद्योगपति बना दिया. एक साधारण से परिवार से आने वाले मस्क से लंबा संघर्ष करने के बाद ये सफलता हासिल की. 28 जून 1971 में साउथ अफ्रीका में जन्मे मस्क की मां एक मॉडल थी और उनके पिता एरोल मस्क एक इंजीनियर.दो कमरों के मकान में पूरा बचपन बीता. साल1980 में उनके माता-पिता अलग हो गए, जिसके बाद मस्क ने पेंसिल्वेनिया यूनिवर्सिटी से फिजिक्स और बिजनेस में बैचलर्स डिग्री की.
12 साल में शुरू किया पहला बिजनेस
मस्क बचपन से ही तकनीक को लेकर दिलचस्पी रखते थे. 12 साल की उम्र में उन्होंने वीडियो गेम बनाकर उसे बेच दिया. 500 अमेरिकी डॉलर में अपना वीडियो गेम बेचकर उन्होंने पहली कमाई की और इन्हीं पैंसों से 1995 में वेब सॉफ्टवेयर कंपनी जिप-2 बनाई. बाद में इसे 1999 में 307 मिलियन डॉलर में बेच दिया. यहीं से उनके कारोबारी जीवन सी शुरुआत हुई. इसके बाद उन्होंने टेस्ला, स्पेसएक्स जैसी तमाम कंपनियां शुरू की, लेकिन साल 2008 उनके लिए सबसे मनहूस साल रहा.
दिवालिया होने वाले थे मस्क
साल 2008 एक ऐसा साल था, जब मस्क की कंपनी टेस्ला दिवालिया होने के कगार पर पहुंच गई. ऐसा ही साल स्पेसएक्स का था. उनकी कंपनी टेस्ला हर महीने करीब 4 मिलियन डॉलर फूंक रही थी, लेकिन एक भी कार की सेल नहीं हो पा रही थी. टेस्ला के रोडस्टर प्रोटोटाइप के बार-बार फेल होने के बाद लोग कारों की बुकिंग कैंसिल करवा रहे थे,. कंपनी के पास इतने भी पैसे नहीं बचे थे कि वो ग्राहकों का बुकिंग अमाउंट लौटा सके. कंपनी को माल सप्लाई करने वालों को 120 मिलियन डॉलर का बकाया बचा था.
89 बार फेल होने के बाद संभले मस्क
इस कार का प्रोटोटाइप 89 बार फेल हो गया. इंजीनियर रोज कंपनी छोड़ रहे थे. कंपनी को चलाने के लिए सिर्फ तीन हफ्ते का पैसा बचा था. निवेशक पैसा लगाने को तैयार नहीं थे. मस्क को अपनी बर्बादी दिख रही थी. तीन हफ्तों में कंपनी बंद हो जाती और मस्क सड़क पर आ जाते, लेकिन मस्क तो मस्क है, उन्होनें ऐसा रिस्क उठाया, जिन्होंने उन्हें बर्बादी से मंजर से न केवल बाहर निकाला बल्कि टेस्ला को दुनिया की सबसे वैल्यूएबल ऑटोमोबाइल कंपनी बना दी.
क्रिसमस पर हुआ करिश्मा
दिवालिया होने में केवल 3 हफ्ते बचे थे. मस्क ने एक आखिरी दांव खेलने का चांस लिया. मस्क से क्रिसमस के दिन फौरन एक बोर्ड मीटिंग बुलाई और अपनी आखिरी बची हुई संपत्ति कंपनी में लगाने का ऐलान कर दिया. मस्क के पास सिर्फ 20 मिलियन डॉलर की संपत्ति बची थी, जो उन्होंने टेस्ला में लगाने का ऐलान किया, लेकि शर्त रखी कि दूसरे निवेशकों को भी इतना पैसा लगाना होगा. स्थिति ऐसी थी कि या तो सबकुछ ठीक हो जाता या सब बर्बाद.
आखिरी दांव से जीत ली बाजी
कंपनी में करो या मरो की स्थिति बनी हुई थी. निवेशकों के मन में सवाल था कि पैसा लगाने पर क्या मुसीबत टल जाएगी ? कंपनी दिवालिया होने से बच सकेगी? निवेशकों के मन में उधेड़बुन की स्थिति बनी हुई थी, मस्क के फिर से मोर्चा संभाला और जो बातें कही, उसे सुनकर निवेशकों ने असंभव पर विश्वास करना शुरू कर दिया. निवेशकों से एलन मस्क के 20 मिलियन डॉलर क मैच करते हुए कंपनी में पैसा लगा दिया. मस्क के इस भरोसे की बदौलत टेस्ला न केवल सांसें ली बल्कि दुनिया की सबसे बड़ी ऑटोमोबाइल कंपनी बन गई. टेस्ला, स्पेसएक्स जैसी कंपनियों के दम पर मस्क आज दुनिया के सबसे अमीर शख्स बन चुके हैं. जिन्हें पछाड़ना किसी के लिए आसान नहीं है.