Himachal Pradesh Rain Disaster: हिमाचल में कुदरत के `जल प्रलय` से 60 की मौत, धराशाई हुए मकान; दिल दहला देंगी तस्वीरें
Himachal Pradesh Rain disaster : हिमाचल प्रदेश में बाढ़ और बारिश से हाहाकार मचा हुआ है. अब तक 60 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है. लैंडस्लाइड के कारण जिस तरह से हादसे हो रहे हैं वो बेहद डराने वाला है. हिमाचल में आज सभी स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए हैं. हिमाचल प्रदेश की इन तस्वीरों को देखकर आप भी सहम जाएंगे. देवभूमि हिमाचल में तबाही का ये मंजर आपको अंदर तक हिला देगा. बारिश के चलते हुई आपदा से राज्य में अब तक 10 हजार करोड़ रुपये के नुकसान की आशंका है. हिमाचल में स्कूल-कॉलेजों को खराब मौसम के चलते 16 अगस्त को भी बंद कर दिया गया.
हिमाचल में तबाही से 'हाहाकार' मचा है.
हिमाचल प्रदेश की इन तस्वीरों को देखकर आप भी सहम जाएंगे. तबाही का ये मंजर आपको अंदर तक हिला देगा.
लैंडस्लाइड के कारण स्लॉटर हाउस और कई घर चपेट में आ गए.
महज कुछ सेंकड में इमारत धराशाई हो गई. इमारत के गिरते ही चारों तरफ चीख पुकार मच गई. आसमानी आफत से लोग खौफ में आ गए.
स्थानीय लोग दहशत में हैं. प्रभावित इलाकों में राहत बचाव-काम जारी है.
शिमला के फागली में हुए हादसे के बाद मलबे में दबी एक लड़की को जिंदा निकाला गया है. SSB के जवानों ने हादसे के 5 घंटे बाद लड़की का रेस्क्यू किया.
हिमाचल प्रदेश में बाढ़-और बारिश की वजह से अबतक करीब 60 लोगों की मौत हो चुकी है. राजधानी शिमला से लेकर सोलन और मंडी से लेकर बिलासपुर तक हर जगह तबाही और बर्बादी का मंज़र है.
शिमला के कृष्णानगर इलाके खतरनाक लैंडस्लाइड हुआ. यहां एक पेड़ एक इमारत पर गिर गया. इसके बाद इमारत ढह गई. जिस तरीके से ये लैंड स्लाइड हुआ उसे देखकर लोग डरे सहमें हैं. सोलन, मंडी, बिलासपुर, कांगड़ा हर जगह हालात डरा रहे हैं.
हिमाचल में लगातार बारिश के चलते कालका-शिमला रेलवे ट्रैक को भी नुकसान पहुंचा. 120 साल पुराना रेलवे ट्रैक जुतोघ और समरहिल स्टेशन के बीच हवा में लटक गया। यह रेलवे ट्रैक 1898 से 1903 के बीच बनकर तैयार हुआ था. शिमला के कृष्णानगर इलाके खतरनाक लैंडस्लाइड हुआ. यहां पेड़ एक इमारत पर गिर गया. इसके बाद इमारत ढह गई. जिस तरीके से ये लैंड स्लाइड हुआ उसे देखकर लोग डरे सहमें हैं.
सोलन, मंडी, बिलासपुर, कांगड़ा हर जगह हालात डरा रहे हैं. हिमाचल प्रदेश में हालात कितने खतरनाक हैं ये जानने के लिए ज़ी मीडिया की टीम मंडी जिले समेत कई इलाकों में पहुंची है. जहां बादल फटने के बाद लोग पलायन कर रहे हैं.