Milawati Tarbooj: कहीं आप भी तो नहीं खा रहे इंजेक्शन लगे मिलावटी तरबूज? कैंसर के हो सकते हैं शिकार, जान लें पहचान के ये 5 तरीके
Milawati Tarbooj Kaise Pahchanein: गर्मी का मौसम पीक पर है. इस भीषण गर्मी से राहत पाने के लिए लोग तरबूज और खरबूजे का खूब सेवन कर रहे हैं. लेकिन यह तरबूज आपको अस्पताल भी पहुंचा सकता है. झारखंड में पब्लिक हेल्थ एक्सपर्ट डॉक्टर अनुज कुमार ने ऐसे मिलावटी तरबूज पहचानने के 5 तरीके बताए हैं.
मिलावटी तरबूज़ की पहचान
अभी आप लोगों ने कई ऐसे वीडियो देखे होंगे जिसमें इंजेक्शन के ज़रिये तरबूज़े में रंग भरा जाता है. ऐसे मिलावटी रंगों से ना सिर्फ़ स्वास्थ्य ख़राब होता है बल्कि कैंसर तक का ख़तरा हो सकता है. पब्लिक हेल्थ एक्सपर्ट डॉ अनुज कुमार ने ऐसे मिलावटी तरबूज की पहचान के तरीके बताए हैं.
कैसे पहचानें मिलावटी तरबूज
तरबूज के एक टुकड़े को आप काट लीजिए. उसके बाद कॉटन के सूखे कपड़े को तरबूज पर रगड़ें और देखें कि कॉटन का रंग तो नहीं बदल रहा. कॉटन यदि लाल रंग को हो जाए तो समझ लीजिए तरबूज में केमिकल मिला हुआ है.
पानी में डाले एक टुकड़ा
असली तरबूज की पहचान करने का यह दूसरा तरीका है. इसमें तरबूज का एक टुकड़ा काटकर पानी में डाल दें. अब पानी के रंग को देखिए. अगर पानी का रंग लाल हो जाए तो तरबूज केमिकल से पका हुआ है.
लाल दिखने के बावजूद कम मीठा
कई बार तरबूज खाने पर उसका स्वाद अलग लगता है. ऐसे तरबूज अक्सर दिखने में तो लाल होते हैं, लेकिन खाने में इसका स्वाद बहुत कम मीठा होता है. अगर आपको भी ऐसा ही तरबूज मिले तो समझ लीजिए कि उसमें मिलावटी रंग मिला है.
पीले दाग वाले तरबूज की करें खरीद
जो तरबूज़ जमीन पर उगाए जाते हैं,उनमें अक्सर दाग और पीले निशान होते हैं,जो उनके प्राकृतिक रूप से पकने की निशानी होती है. बाजार से खरबूजे खरीदते समय हल्के दाग वाले खरबूजे का चयन करें, क्योंकि यह प्राकृतिक रूप से पका हुआ हो सकता है.
नक़ली तरबूज़े की पहचान: अभी आप लोगों ने कई ऐसे वीडियो देखे होंगे जिसमें इंजेक्शन के ज़रिये तरबूज़े में रंग भरा जाता है। ऐसे मिलवाती रंगों से ना सिर्फ़ स्वास्थ्य ख़राब होता है बल्कि कैंसर तक का ख़तरा हो सकता है। आइये आज जानते हैं कि कैसे सही तरबूज़े की पहचान की जा सकती है। 1)… pic.twitter.com/CA6ixpqMIt
— Dr Anuj Kumar (@dranuj_k) May 26, 2024काटते ही खराब होने लगे तो...
अगर तरबूज़ काटने में अंदर से खोखला निकले या कुछ ही समय बाद खराब होने लगे, तो इसका मतलब यह हो सकता है कि उसे रासायनिक उपचार या इंजेक्शन की मदद से पकाया गया हो. प्राकृतिक रूप से पके खरबूजे लंबे समय तक ताजा रहते हैं और जल्दी खराब नहीं होते.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.