ऑफिस में बार-बार शिफ्ट चेंज करने को होना पड़ता है मजबूर? सेहत को हो सकते हैं 6 नुकसान

Side Effects of Rotating Office Shift: मौजूदा वक्त में कई कंपनीज अपने ऑपरेशन को 24X7 चलाती है, जिसकी वजह से कर्मचारियों को मॉर्निंग, ईवनिंग, नाइट और जनरल शिफ्ट में काम करने को मजबूर होना पड़ता है. अगर को एम्पलाई छुट्टी पर चला जाता है तो सहयोगियों को बार-बार शिफ्ट चेंज करने की नौबत आ जाती है. हालांकि इस तरह की इनस्टेबलिटी से सेहत पर नेगेटिव इफेक्ट पड़ सकता है. मशहूर न्यूरोसर्जन डॉ. पयोज पांडेय (Payoz Pandey) ने बताया कि बार-बार शिफ्ट बदलने से स्वास्थ्य कैसे प्रभावित हो सकता है.

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नींद में खलल

बार-बार शिफ्ट बदलने से नींद की रेगुलेरिटी में खलल पड़ता है.शरीर की बायोलॉजिकल क्लॉक (सर्केडियन रिदम) एक नियमित पैटर्न पर कार्य करता है, लेकिन शिफ्टों में बदलाव इस पैटर्न को बिगाड़ सकता है. नतीजतन नींद की कमी, स्लीप क्वालिटी में कमी, और स्लीप ड्यूरेशन में कमी हो सकती है. इससे दिनभर थकान, चिड़चिड़ापन और काम में कंसन्ट्रेट करने में परेशानी होती है.

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मेंटल हेल्थ पर असर

शिफ्ट में लगातार बदलाव मानसिक स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव डाल सकता है. नींद की कमी और अजीब वर्किंग ऑवर्स से तनाव और चिंता बढ़ सकती है. मेंटल बैलेंस बिगड़ने से डिप्रेशन का रिस्क भी बढ़ जाती है. इसके अलावा, सोशल लाइफ पर भी असर पड़ता है, क्योंकि ऐसे में दोस्तों और परिवार के साथ समय बिताने में दिक्कत होती है.

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हार्ट डिजीज का रिस्क

शिफ्टों में रेगुलर चेंजेज आने से इर्रेगुलर स्लीप होने लगती है जिससे दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है. कई रिसर्च के मुताबिक, शिफ्ट वर्कर्स में दिल की बीमारी, हाई ब्लड प्रेशर और स्ट्रोक का खतरा ज्यादा होता है. ये खास तौर से तनाव, अनियमित खान-पान, और नींद की कमी के कारण होता है.

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डाइजेशन पर असर

शिफ्ट वर्कर्स में पाचन संबंधी समस्याएँ आम होती हैं। बार-बार शिफ्ट बदलने से खाने के समय में अनियमितता होती है, जिससे पाचन तंत्र पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इससे एसिडिटी, पेट में गैस, अपच और अन्य पाचन समस्याएँ हो सकती हैं.

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वजन बढ़ना

असामान्य शिफ्टों के कारण खान-पान में अनियमितता और शारीरिक गतिविधियों में कमी होती है, जिससे वजन बढ़ने की संभावना होती है, इसके अलावा, रात की शिफ्ट में काम करने वाले लोग अक्सर हाई कैलोरी वाले स्नैक्स का सेवन करते हैं, जिससे मोटापा बढ़ सकता है.

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इम्यून सिस्टम का कमजोर होना

नींद की कमी और अनियमित जीवनशैली से इम्यून सिस्टम कमजोर हो सकता है. इससे संक्रमणों और बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. शिफ्ट वर्कर्स में फ्लू, सर्दी और अन्य संक्रामक रोग अक्सर देखने को मिल सकते हैं.

 

Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.

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