एक शेर तो दूसरा सवा शेर, जानें- वैगनर और चेचन में कौन सबसे अधिक खतरनाक
Wagner vs Chechan Fighters: यूक्रेन के खिलाफ जब रूस के राष्ट्रपति ने जंग का ऐलान किया तो ऐसा लगा कि कुछ दिनों में ही नतीजा सामने आ जाएगा. ये बात अलग है कि लड़ाई बेनतीजा है. यूक्रेन को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचाने के लिए व्लादिमीर पुतिन ने वैगनर लड़ाकों की मदद ली लेकिन अब वो जंग के मैदान से हट चुके हैं. इन सबके बीच लड़ाई में शामिल होने के लिए चेचन लड़ाकों का भी नाम सामने आने लगा. यहां हम बताएंगे कि वैगनर और चेचन में कौन अधिक खतरनाक है.
गुरिल्ला लड़ाई में चेचन आगे
जानकार कहते हैं कि अगर चेचन और वैगनर एक दूसरे के आमने सामने हों तो यह कह पाना मुश्किल है कि जीत किसकी होगी. चेचन, गुरिल्ला लड़ाई में ज्यादा माहिर होते हैं लिहाजा वो वैगनर लड़ाकों पर भारी पड़ सकते हैं.
रूसी सेना के खिलाफ भी मोर्चा खोल चुके हैं चेचन
चेचेन्या इलाके में रहने वालों को सामान्य तौर पर चेचन कहा जाता है. इनके बारे में कहा जाता है कि यह अपने दुश्मन के खिलाफ किसी भी हद तक चले जाते हैं. गुरिल्ला वॉरफेयर में इनका मुकाबला नहीं है। चेचेन्या ने जब अपनी आजादी की लड़ाई को आगे बढ़ाया तो वो सीधे तौर पर रूसी सेना से टकराव में आए और कई दफा रूसी सेना को शिकस्त भी दी.
वैगनर को पुतिन ने दिया था बढ़ावा
व्लादिमीर पुतिन के बारे में कहा जाता है कि वो बहुत संयत होकर किसी घटना के खिलाफ प्रतिक्रिया देते हैं. ये बात अलग है कि मॉस्को की सड़कों पर जब वैगनर लड़ाके दाखिल हुए तो उन्होंने कहा कि यह देश के खिलाफ बगावत है. जो लोग भी इसके पीछे हैं उन्हें बख्शने का सवाल नहीं है.
प्राइवेट आर्मी है वैगनर
वैगनर एक प्राइवेट आर्मी है जिसके मुखिया येवगेनी प्रिगोझिन हैं. वैगनर लड़ाकों के बारे में तो वैसे दुनिया कम जानती रही है लेकिन यूक्रेन के खिलाफ लड़ाई में रूसी राष्ट्रपति ने इन लड़ाकों की मदद ली। वैगनर लड़ाकों ने यूक्रेन की जमीन पर लड़ाई भी लड़ी।
इस समय वैगनर ग्रुप में करीब 50 हजार लड़ाके
अगर वैगनर लड़ाकों की बात करें तो 2022 के साल तक इनकी संख्या करीब 1 हजार थी लेकिन अब इनकी संख्या 20 हजार से 50 हजार के करीब है. रूस में किसी भी प्राइवेट सेना को कानूनी दर्जा नहीं है.वैगनर ग्रुप ने खुद को प्राइवेट आर्मी के तौर पर पंजीकृत कराया था.
वैगनर मुखिया है येवगेनी प्रिगोझिन
येवगेनी प्रिगोझिन बताते हैं कि उन्होंने 2014 में वैगनर की स्थापना की. प्रिगोझिन रूस के बड़े व्यापारी हैं और उन पर कई आपराधिक मामले भी दर्ज हैं. यही नहीं उन्हें पुतिन के शेफ के तौर पर भी जाना जाता है. ऐसा माना जाता है कि इस ग्रुप के पहले कमांडर डिमित्री उटकिन थे जिन्होंने चेचेन्या में अहम भूमिका निभाई थी.