सबसे सस्ता काजू-बादाम कहां मिलता है? आइंदा मत पूछना, सेहत से हो रहा जानलेवा खिलवाड़
Why dry fruits are injuious to health: जिन ड्राईफ्रूट्स को सेहत बनाने के लिए खाया जा रहा है,वो ड्राईफ्रूट्स आपको बीमार बना सकते है. ये कोई हवा हवाई बात नहीं बल्कि 100 फीसदी सच है. ठंड की शुरुआत यानी दिसंबर से लेकर चालू जनवरी तक देशभर में ऐसी खबरें यानी मामले सामने आए हैं कि कश्मीर से आने वाले ड्राईफ्रूट्स पर जहर की कोटिंग हो रही है. क्या है ये माजरा आइए बताते हैं?
ड्राईफ्रूट्स (dry fruits) यानी सेहत का खजाना. कहावत है कि एक मुट्ठी ड्राईफ्रूट्स डेली खाया जाए तो बीमारियां हमेशा-हमेशा के लिए छू मंतर हो जाती है. ये बात आपने अपने बड़े बुजुर्गों से सुनी भी होंगी.
सस्ते के चक्कर में न पड़ें वरना खो देंगे सेहत
काजू (Kaju), अखरोट (akhrot), बादाम (badam), पिस्ता (pistachios) या फिर किशमिश (Raisins), खुमानी और खजूर. हर नट्स के अपने अलग-अलग फायदे है. कोई ब्रेकफास्ट में ड्राईफ्रूट्स खाता है तो कोई ड्राईफ्रूट्स वाले लड्डू खाता है. किसी को खीर में ड्राईफ्रूट्स डालकर स्वाद लेना होता है. तो कोई दूध में घोलकर पीता है.
हर चमकदार चीज सोना नहीं होती
लेकिन जिन ड्राईफ्रूट्स को सेहत बनाने के लिए खाया जा रहा है,वो ड्राईफ्रूट्स आपको बीमार बना सकते है. ये कोई हवा हवाई बात नहीं बल्कि 100 फीसदी सच है.
कश्मीर से आने वाली खेप में शिकायत
सबसे अच्छी क्वालिटी के ड्राईफ्रूट्स कश्मीर के माने जाते है, लेकिन मार्केट में अब कश्मीर के ड्राईफ्रूट्स बताकर पुराने और घटिया क्वालिटी के ड्राईफ्रूट्स की सप्लाई हो रही है. जयपुर में ऐसा ही कुछ हो रहा है. जहां कुछ मिलावट खोर मुनाफा कमाने के चक्कर में लोगों की सेहत के साथ खिलवाड़ कर रहे है.
आपके घर में रखा माल नकली तो नहीं
देश के कई शहरों खासकर जयपुर समेत कई हाईफाई शहरों में मिलावट खोर पुराने हो चुके ड्राईफ्रूट्स पर कलर करके मार्केट में बेच रहे हैं. पुराने हो चुके ड्राईफ्रूट्स को केमिकल से साफ कर फिर से मार्केट में बेचा जा रहा है. ऐसे ड्राईफ्रूट्स की सबसे ज्यादा खपत ग्रामीण और कस्बाई क्षेत्रों में की जा रही है.
सैकड़ों सैंपल सब स्टैंडर्ड
जयपुर में पिछले साल 31 दिसंबर तक 545 सैंपल लिए गए, जिनमें से 90 सैंपल सब स्टैंडर्ड मिले. मध्य प्रदेश और यूपी से भी ऐसे केमिकल मिले मेवों की खबरें आईं.
सेहत बिगाड़ देंगे ऐसे काजू-बादाम
सोचिये जो चीज खराब हो चुकी है, अंदर से सड़ चुकी है. उसको मुनाफाखोर रंग करके यानी केमिकल की कोटिंग चढ़ाकर, नया बताकर बेच रहे है. देश के कई जिलों में लोगों की सेहत के साथ खिलवाड़ हो रहा है. खाद्य विभाग के एडिशनल कमिश्नर पंकज ओझा भी सस्ते के चक्कर में एक्यपायर ड्राईफ्रूट्स खरीदने से बचने की सलाह देते हैं.
ऐसे ड्राईफ्रूट्स जहर से कम नहीं
एक्यपायर ड्राईफ्रूट्स जहर से कम नहीं है. इससे पेट में दर्द, कब्ज, जलन जैसी समस्या हो सकती है. इसलिए अगर आप भी सेहत बनाने के लिए ड्राईफ्रूट्स खा रहे हैं तो सावधान हो जाइए. हमारी सलाह है कि अच्छी दुकान से ही ड्राईफ्रूट्स खरीदिए. सस्ते के चक्कर में मत पड़िए. नहीं तो लेने के देने भी पड़ सकते है.