Capital of India for one day: बात महाकुंभ की है तो इस समय यूपी का प्रयागराज चर्चा मे है. तो इससे यह भी पता चल जाता है कि हम बात प्रयागराज की कर रह हैं. हालांकि, एक दिन की राजधानी बनने का महाकुंभ से कोई लेना देना नहीं है. अगर कोई आपसे पूछे कि भारत की राजधानी क्या है, तो आप जवाब देंगे कि नई दिल्ली, जिसे अंग्रेजों ने बसाया था. भारतीय इतिहास में देश की राजधानी कई बार बदली और अलग-अलग शहरों को देश की राजधानी बनने का गौरव मिला.
हालांकि, क्या आप जानते हैं कि देश के इतिहास में एक ऐसा भी समय था, जब प्रयागराज को सिर्फ एक दिन के लिए राजधानी बनने का गौरव मिला था? वह जिला सिर्फ एक दिन के लिए राजधानी बना था, लेकिन इसके बाद यह घटना इतिहास के पन्नों में हमेशा के लिए सुनहरे अक्षरों में दर्ज हो गई.
समय-समय पर बदलती रही देश की राजधानी
भारतीय इतिहास में कई शहरों को भारत की राजधानी बनने का गौरव प्राप्त हुआ है. अगर इतिहास के पन्नों पर नजर डालें, तो पाटलिपुत्र, कोलकाता, शिमला और धर्मशाला को भारत की राजधानी बनने का गौरव प्राप्त हुआ है. इन सभी राजधानियों से अधिकतर लोग परिचित होंगे.
उत्तर प्रदेश राज्य का प्रयागराज
वर्तमान में उत्तर प्रदेश राज्य के प्रयागराज की हम बात कर रहे हैं, जिसे पहले इलाहाबाद के नाम से जाना जाता था. कुछ रिपोर्टों के अनुसार, प्राचीन काल में इस जिले को प्रयागराज नाम से जाना जाता था. ऐसे में इस जिले का नाम फिर से बदल दिया गया. यह जिला गंगा और यमुना के संगम के लिए भी जाना जाता है. कहा जाता है कि अतीत में सरस्वती नदी का संगम भी यहीं हुआ था. यही वजह है कि हम इस शहर को संगम नगरी के नाम से भी जानते हैं.
कब एक दिन के लिए देश की राजधानी बनी?
उत्तर प्रदेश का यह जिला वर्ष 1858 में एक दिन के लिए देश की राजधानी बना था. उस समय यह उत्तर-पश्चिम प्रांत की राजधानी हुआ करता था. आपको बता दें कि उत्तर-पश्चिम प्रांत बाद में संयुक्त प्रांत बन गया और बाद में 1950 में यह उत्तर प्रदेश बन गया.
उत्तर प्रदेश भारत का एकमात्र ऐसा राज्य है जिसमें सबसे ज़्यादा जिले यानी 75 हैं. इसका सबसे बड़ा जिला लखीमपुर खीरी है. वहीं, जनसंख्या के मामले में भी यह राज्य शीर्ष पर आता है.
क्यों बनाया गया था एक दिन के लिए राजधानी?
जब ईस्ट इंडिया कंपनी द्वारा देश का प्रशासन ब्रिटिश राजशाही को सौंप दिया गया था, तो इसे एक दिन के लिए देश की राजधानी घोषित किया गया था. इसी दौरान इलाहाबाद में अंग्रेजों ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय की स्थापना की और इलाहाबाद उच्च न्यायालय का निर्माण कराया. साथ ही, सेना यमुना नदी के किनारे बने अकबर के किले में रुकती थी.
कोलकाता को राजधानी बनाने के बाद 12 दिसंबर 1912 को जॉर्ज पंचम की मौजूदगी में नई दिल्ली को देश की राजधानी घोषित किया गया. तब से नई दिल्ली का नाम देश की राजधानी के साथ जुड़ गया.
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