Gaya: बिहार में जातीय जनगणना को लेकर जारी सियासी गहमा-गहमी के बीच प्रदेश के बीजेपी अध्यक्ष संजय जायसवाल (Sanjay Jaiswal) ने गया परिसदन के भवन में एक प्रेसवार्ता को संबोधित किया. इस दौरान जातीय जनगणना (Caste Census ) को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में संजय जायसवाल ने कहा कि इस मामले में सभी दलों के बीच चर्चा होनी चाहिए.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

जायसवाल ने कहा कि केंद्र सरकार को इस मामले में निर्णय करना है क्योंकि इस विषय पर पूरी विस्तारित चर्चा के बाद ही फैसला होना है. प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि जातीय जनगणना का दुर्गामी लाभ क्या है इसकी भी एक बार पूरी चर्चा होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि 1931 के बाद आज तक कभी भी इस मामले पर चर्चा नहीं हुई है तो एक तरह से देखा जाए तो इसपर चर्चा भी जरूरी है.


साथ ही जायसवाल ने कहा कि 50 प्रतिशत आरक्षण भी निश्चित है और 50 प्रतिशत से ज्यादा आरक्षण का कहीं भी कोई नियम नहीं है. केवल बात करने के अलावा इससे लाभ क्या होने वाला है जब आरक्षण की सीमा भारत में 50 प्रतिशत हैं. प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि समाज में जिन्होंने भी इसके ऊपर आरक्षण का प्रयास किया है जैसे मराठा आरक्षण की बात हो तो अंत में हमने देखा कि सभी तरह के आरक्षण को खत्म कर दिया गया. ऐसे में एक समाज में एकजुटता बने रहे इसके लिए एक विस्तारित चर्चा जातीय जनगणना के लाभ व हानि को लेकर जरूर होनी चाहिए.