Patna: जातिगत जनगणना को लेकर बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने अपनी पार्टी का सबसे बड़ा एजेंडा बना लिया है. अगर केन्द्र सरकार जातिगत जनगणना (Caste Census) को मंजूरी नहीं देती है तो साल 2024 लोकसभा चुनाव (Loksabha Election) में तेजस्वी इसे बड़ा मुद्दा बना सकते हैं. 


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यही वजह है कि तेजस्वी ने जातिगत जनगणना के मसले पर पूरे देश में दलों को एकजुट करने का फैसला लिया है. तेजस्वी यादव ने इस बात की घोषणा कर दी है. इसके साथ ही तेजस्वी ने जातिगत जनगणना के मसले पर पीएम को रिमाइंडर लेटर भेजने का भी फैसला लिया है.


जातिगत जनगणना का मसला अब राष्ट्रीय स्तर का मुद्दा बनेगा. आरजेडी ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है. तेजस्वी यादव इस मुद्दे को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर दलों को एकजुट करेंगे. तेजस्वी यादव ने कहा है कि जातिगत जनगणना के मसले वो जल्द ही पीएम को रिमाईंडर पत्र भी लिखेंगे. 


तेजस्वी ने कहा है कि लालू जी अगर जातिगत जनगणना को लेकर आगे नहीं आते तो हम मुहीम में सफल नहीं होते. हमारी कोशिश है कि वंचित समाज मुख्य धारा में आए. केंद्रीय मंत्री ने पार्लियामेंट में कहा कि जातिगत जनगणना नहीं होगी, इसलिए हमलोगों ने सभी दलों को एकजुट किया. पीएम को सर्वदलीय शिष्टमंडल ने ज्ञापन भी सौंपा है. अभी हमलोग इस मामले में प्रधानमंत्री के फैसले का इंतजार कर रहे हैं. 


'पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिख कर रिमाइंडर भेजेंगे'
राजद नेता ने कहा कि कुछ लोग इसे जात-पात की राजनीति बताते हैं, लेकिन ये समझना होगा कि जब धर्म की गिनती हो रही तो जाति की गिनती क्यों नहीं हो सकती. जनगणना से विकास की योजना बनाने में फायदा होगा. किस समाज की कितनी आबादी है ये जानकारी होनी ही चाहिए. हमलोगों की ये लड़ाई जारी रहेगी. हम पीएम को पत्र लिख कर रिमाइंडर भेजेंगे. केंद्र सरकार बताए क्या करना है. 


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'बिहार सरकार अपने खर्चे पर जाति जनगणना कराए'
तेजस्वी ने कहा कि अगर केन्द्र सरकार जातिगत जनगणना नहीं कराती है तो बिहार सरकार अपने खर्चे पर जनगणना कराए. इसके लिए पूरे देश मे आंदोलन होगा. सोनिया गांधी जी ने इसके समर्थन में एक कमिटी बनाई है. सभी दलों की राय इस मसले पर एक है. हम देश के सभी नेताओं से सभी दलों से बात करेंगे और सभी से संपर्क करेंगे. इसको लेकर एक सर्वसमति से माहौल बनाएंगे.


'शिक्षकों की क्या स्थिति है सब देख रहे हैं'
वहीं, तेजस्वी ने शिक्षा दिवस के मौके पर बिहार में शिक्षा की स्थिति पर भी अपने विचार रखे. तेजस्वी ने कहा कि शिक्षकों की क्या स्थिति है सब देख रहे हैं. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने शिक्षा व्यवस्था को बर्बाद कर दिया है. इसके साथ ही एक परीक्षा भी ढंग से नहीं हो रही है. शिक्षक परेशान हैं लेकिन सरकार मनमानी कर रही है. सरकार का इंटरेस्ट एजुकेशन क्वालिटी सुधारने में क्यों नहीं है ये पता नहीं चल पा रहा है. पद क्यों खाली है, यह सोचने वाली बात है. यही नहीं शिक्षा का स्तर भी बिहार में सबसे ज्यादा खराब है. 



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