राज्यपाल को ज्ञापन देकर BJP नेता बोले- दुर्भाग्य है कि होली के दिन वीरांगनाएं धरने पर बैठी हैं
Jaipur News: पुलवामा हमले (Pulwama Attack) के शहीदों की वीरांगनाओं के जयपुर (Jaipur) में चल रहे धरने पर बुधवार को बीजेपी (BJP) नेता उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ और पूर्व मंत्री अरुण चतुर्वेदी सहित कई विधायक पहुंचे. इस दौरान नेताओं ने इस मामले पर राज्यपाल कलराज मिश्र को एक ज्ञापन भी सौंपा.
Jaipur: पुलवामा हमले (Pulwama Attack) के शहीदों की वीरांगनाओं के जयपुर (Jaipur) में चल रहे धरने पर बुधवार को बीजेपी (BJP) नेता उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ और पूर्व मंत्री अरुण चतुर्वेदी सहित कई विधायक पहुंचे. इस दौरान नेताओं ने इस मामले पर राज्यपाल कलराज मिश्र को एक ज्ञापन भी सौंपा.
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में 2019 के आतंकवादी हमले (Terrorist Attack) में शहीद हुए 3 CRPF जवानों की वीरांगनाओं का राजधानी में पिछले 9 दिनों से सांसद डॉ. किरोड़ी लाल मीणा की अगुआई में धरना चल रहा है, जहां सरकार के तमाम प्रयासों के बावजूद मामला जस का तस बना हुआ है.
मंगलवार (7 मार्च 2023) को राज्य सरकार ने कैबिनेट मंत्रियों और आला अधिकारियों को बात करने के लिए भेजा, लेकिन इसके बाद भी कोई सहमति नहीं बन पाई. वहीं, बुधवार को धरने पर बैठीं शहीद वीरांगनाओं से मुलाक़ात करने BJP नेता उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, पूर्व मंत्री अरुण चतुर्वेदी, विधायक अशोक लाहोटी, रामलाल शर्मा पहुंचे, जिन्होंने बाद में राज्यपाल कलराज मिश्र को इस मामले का समाधान निकालने के लिए ज्ञापन सौंपा. इस मौके पर राठौड़ ने कहा कि शहीदों की वीरांगनाओं का धरने पर बैठना राजस्थान की गहलोत सरकार के माथे पर कलंक है.
बता दें कि इससे पहले वीरांगनाओं की मांगों पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Chief Minister Ashok Gehlot) ने देर रात अपना पक्ष रखते हुए आरोप लगाए थे कि बीजेपी (BJP) के कुछ नेता अपनी राजनीति चमकाने के लिए वीरांगनाओं का इस्तेमाल कर, शहीद जवानों का अपमान कर रहे हैं.
सरकार के मंत्रियों ने किए थे एलान : राठौड़
उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने राज्यपाल मिश्र को ज्ञापन देने के बाद कहा पूरा देश होली (Holi) का त्योहार मना रहा है, लेकिन जिनके पतियों ने अपने प्राण देश की रक्षा की खातिर न्यौछावर कर दिए दुर्भाग्य से उनकी धर्मपत्नियां अपने छोटे-छोटे बच्चों के साथ शहीद स्मारक (Memorial) पर धरने पर बैठी थीं. राठौड़ ने कहा कि गहलोत सरकार के मंत्रियों ने जवानों के शहीद होने पर कई प्रकार की घोषणाएं कीं, और अब उनकी वीरांगनाओं की मांग है कि राज्य सरकार उन घोषणाओं को पूरा करें.
राठौड़ ने आगे कहा कि वीरांगनाएं राज्यपाल महोदय के सामने पेश होकर इच्छा मृत्यु तक की गुहार लगा चुकी हैं और वीरांगनाओं के मुख्यमंत्री से मिलने जाने के दौरान पुलिस प्रशासन द्वारा बदसलूकी की गई जहां अमानवीयता की सारी हदें पार हो गई. बता दें कि बीजेपी ने राज्यपाल को ज्ञापन देकर कहा है कृपया पुलवामा हमले के 3 शहीदों समेत चारों वीरांगनाओं की मांगों को सरकार की ओर से पूरा करवाएं और अतिशीघ्र वीरांगनाओं के धरने को खत्म करवाएं.
वीरांगनाओं को पीटा गया -अरुण चतुर्वेदी
बीजेपी के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी ने कहा कि शर्म की बात है कि जब वीरांगनाएं मुख्यमंत्री से मिलने के लिए गई तो उनको सड़क पर पटक पटक कर पीटा गया. आज राज्यपाल के सामने सारा विषय रखा है. वो राजस्थान के संवैधानिक प्रमुख हैं. जिसके नात राज्यपाल सैनिक कल्याण मंत्री और वीरांगनाओं को बुलाकर अपनी उपस्थिति में इस विषय पर जो घोषणाएं की है उनको पूरा करने की बात करें. चतुर्वेदी ने कहा कि राजस्थान वीरों की धरती है. सबसे ज्यादा शहादत राजस्थान के जवानों ने दी है. वीरांगनाओ के सामने हम सबके सिर झुक जाते है प्रदेश का प्रत्येक नागरिक वीरांगनाओं के साथ खड़ा है.
8 करोड़ जनता शर्मसार
बीजेपी विधायक अशोक लाहोटी ने कहा कि राजस्थान की 8 करोड़ की जनता शर्मसार है. जो खून की होली खेलकर शहीद हुए, आज सरकार ने उनके परिवार होली खेलने से वंचित किया है. सरकार को हठधर्मिता छोड़कर वीरांगनाओं की छोटी-छोटी मांगों को तुरंत प्रभाव से पूरा करना चाहिए. प्रदेश मुख्य प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने कहा कि सरकार ने वीरांगनाओं का अपमान करके शहीदों का अपमान किया है.