नागपुर: केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता नितिन गडकरी ने रविवार को कहा कि प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और उनकी पीढ़ियों ने गरीबी के मुद्दे पर केवल बयानबाजियां की हैं. पार्टी की अनुसूचित जाति (एससी) शाखा के राष्ट्रीय सम्मेलन के समापन पर यहां एक जनसभा को संबोधित करते हुए गडकरी ने कहा कि केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तहत भाजपा गरीबी उन्मूलन पर काम कर रही है.


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गडकरी ने कांग्रेस के मौजूदा अध्यक्ष राहुल गांधी का नाम लिए बगैर कहा, ‘‘जवाहरलाल नेहरू ने गरीबी हटाने की बात की थी. इसके बाद प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने भी गरीबी उन्मूलन के बारे में बात की. फिर दिवंगत राजीव गांधी और सोनिया गांधी ने भी ऐसा ही किया. अब नेहरू जी के परपोते (राहुल गांधी) भी ‘गरीबी हटाओ’ का नारा दे रहे हैं. मैं पूछना चाहता हूं कि किन लोगों की गरीबी दूर की गई?’’


मोदी सरकार की कल्याणकारी योजनाओं की प्रशंसा करते हुए राजमार्ग एवं सड़क परिवहन मंत्री ने कहा कि भाग्यश्री योजना के तहत पहली बार 18 फीसदी आबादी को बिजली मिली जबकि छह करोड़ गरीब लोगों को खाना पकाने के गैस कनेक्शन मिले.



गडकरी ने आयुष्मान भारत योजना की भी तारीफ की जिसके तहत गरीब लोगों को पांच लाख रुपये तक का स्वास्थ्य बीमा मिलेगा.उन्होंने कहा कि कल्याणकारी योजनाओं से पिछड़े वर्गों के लोगों को फायदा मिला है. उन्होंने आलोचकों को योजनाओं के सामाजिक-आर्थिक असर का ऑडिट कराने की भी चुनौती दी.


इस बीच, जब गडकरी ने रैली में बोलना शुरू किया तो कुछ लोगों ने अलग विदर्भ राज्य के लिए नारे लगाए और मीडिया सेक्शन में पर्चे फेंके.  इस घटना को तवज्जो नहीं देते हुए नागपुर लोकसभा सीट से सांसद ने कहा कि इन लोगों को कांग्रेस ने भेजा होगा जिनकी रुचि बस दिखावा करने में है. घटनास्थल पर मौजूद पुलिसकर्मी प्रदर्शनकारियों को बाहर ले गए.


(इनपुट-भाषा)