कांग्रेस ने राहुल गांधी के लिए लोकसभा में मांगी पहली कतार में सीट, मिला ये जवाब
सरकार की तरफ से कांग्रेस को ये भी तर्क दिया गया कि राहुल गांधी तो पार्टी के अध्यक्ष भी नहीं रहे. राहुल को दूसरी कतार में सीट मिल सकती है.
नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के परिणाम कांग्रेस के लिए 2014 के मुकाबले कुछ ज्यादा खास नहीं रहे. 53 सीटें जीतने वाली कांग्रेस को इस बार भी नेता विपक्ष का पद नहीं मिला. कांग्रेस ने लोकसभा में पार्टी का नेता पश्चिम बंगाल से जीतकर आए अधीर रंजन चौधरी को बनाया है. वह और सोनिया गांधी पहली पंक्ति में बैठते हैं. अब कांग्रेस ने राहुल गांधी के लिए भी पहली पंक्ति में जगह मांगी है. लेकिन ऐसा होता लग नहीं रहा है.
कांग्रेस ने लोकसभा में राहुल गांधी के लिए पहली कतार (front row) में सीट मांगी थी. लोकसभा सचिवालय ने मना कर दिया और कहा कि सिर्फ यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी और लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी को ही पहली कतार में सीट दी जा सकती है. सरकार की तरफ से कांग्रेस को ये भी तर्क दिया गया कि राहुल गांधी तो पार्टी के अध्यक्ष भी नहीं रहे. राहुल को दूसरी कतार में सीट मिल सकती है.
2014 में चुनाव जीतकर आने के बाद राहुल गांधी दूसरी पंक्ति में बैठते थे. तब सोनिया गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे पहली पंक्ति में बैठते थे. खड़गे को तब कांग्रेस ने लोकसभा में पार्टी का नेता बनाया था. उस समय राहुल गांधी अपने साथी सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया, दीपेंदर हुड्डा के साथ दूसरी पंक्ति में बैठते थे. लेकिन अब कांग्रेस उनके लिए पहली पंक्ति में जगह चाह रही थी. लेकिन उन्हें दूसरी पंक्ति में बैठना पड़ेगा.