बड़ा खुलासा- क्या राहुल गांधी ने सोच-समझकर लिया था पीएम से गले मिलने का फैसला?
राहुल ने कहा था कि वो पीएम और भाजपा के अंदर के प्रेम को जगाकर रहेंगे. सोशल मीडिया पर कई लोगों ने राहुल गांधी के इस कदम की बहुत तारीफ की, जबकि कई लोगों ने इसे बचकाना बताया.
नई दिल्ली: अविश्वास प्रस्ताव के दौरान जब राहुल गांधी अचानक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गले मिले, तो हर कोई हैरान रह गया. कई लोगों ने कहा कि ये राहुल गांधी की पहले से तय योजना थी. लेकिन कांग्रेस पार्टी के भरोसेमंद सूत्रों ने बताया है कि राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री से गले मिलने का निर्णय अचानक किया था. सूत्रों ने बताया कि राहुल गांधी अपने भाषण के दौरान भावुक हो गए थे, और भाषण खत्म होते ही उन्होंने गले मिलने का निर्णय कर लिया. राहुल ऐसा करने जा रहे हैं, यो कांग्रेस के लोगों को भी नहीं पता था.
राहुल ने अपने भाषण के दौरान कहा कि उनके मन में प्रधानमंत्री के प्रति सिर्फ प्रेम है. और उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री और पूरी भाजपा के मन में भी प्रेम है, लेकिन वो उसके बारे में भूल गए हैं. राहुल ने कहा कि वो पीएम और भाजपा के अंदर के प्रेम को जगाकर रहेंगे. सोशल मीडिया पर कई लोगों ने राहुल गांधी के इस कदम की बहुत तारीफ की. जबकि कई लोगों ने इसे बचकाना और पहले से तय बताया.
अब कांग्रेस पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने ये साफ कर दिया है कि गले मिलने की योजना पहले से तय नहीं थी. उन्होंने कहा, 'राहुल गांधी को ऐसा करते देख हम भी उतने ही हैरान थे, जिसना की कोई भी दूसरा व्यक्ति. हालांकि उन्हें ऐसा करते हुए देखकर हमें खुशी हुई. पार्टी में सभी ने उनके इस निर्णय को बहुत सराहा.'
राहुल गांधी ने अपने भाषण में कहा, 'आप मुझे गाली दे सकते हैं. आप मुझे पप्पू कह सकते हैं. लेकिन मैं कभी भी आपके खिलाफ बुरे शब्द नहीं कहूंगा. मैं आपसे घृणा को खत्म करके उसे प्यार में बदल दूंगा.' इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में कांग्रेस पर सत्ता की भूखी होने का आरोप लगाया. पीएम ने कहा, 'सुबह वोटिंग खत्म नहीं हुई थी, डिबेट खत्म नहीं हुई थी, और एक सदस्य मेरे पास आकर कहने लगा कि उठो, उठो, उठो. उन्हें सत्ता में आने की इतनी जल्दी क्या है?'
इसके बाद प्रधानमंत्री ने शाहजहांपुर की रैली में कहा कि 'कल संसद में मैंने उनसे कहा कि अविश्वास प्रस्ताव लाने का कारण बताइए. जब वो मुझे कारण नहीं बता पाए, वो गले पड़ गए, लेकिन वो संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए.' बीजेपी ने राहुल गांधी के व्यवहार को बचकाना बताया. यहां तक कि स्पीकर सुमित्रा महाजन ने कहा कि उनका आचरण सदन की मर्यादा के अनुकूल नहीं था.