Patna: केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह जातीय जनगणना (Caste Census) पर अपनी पार्टी के फैसले के साथ नहीं हैं. उनका कहना है कि हमारे दल और नेता की मांग जातीय जनगणना की है, ये तो सच है, लेकिन मेरा कहना है कि हमारे नेता इससे बहुत आगे निकल चुके हैं. वो राज्य में समाज के हर वर्ग के विकास का काम कर रहे हैं. 


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उन्होंने कहा कि किसी से भेदभाव नहीं किया जा रहा है. अभी आपने देखा कि 15 अगस्त को हमारे नेता नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने क्या घोषणा की. उन्होंने अब कर दिया कि सब छात्रों को बीपीएससी और यूपीएससी की तैयारी करने पर सरकार की ओर से आर्थिक मदद दी जायेगी. सात निश्चय क्या है. उसमें बिना किसी भेदभाव के सबका विकास किया जा रहा है. ये हमारे नेता की नीति और विजन है.


आरसीपी सिंह ने कहा कि हड़प्पा सभ्यता के समय से ही जनगणना की मांग होती रही है. आधुनिक समय में 1821 में जनगणना की शुरुआत इंग्लैड से हुई. देश नें पहली बार 1871 में जनगणना हुई थी, तो उस समय यहां पर अंग्रेजों का शासन था. जातीय जनगणना की मांग अब की नहीं है, सालों पुरानी मांग है. 


साथ ही केंद्रीय मंत्री ने कहा कि विभिन्न राजनीतिक दलों की ओर से इसकी मांग की जाती रही है, लेकिन नीतीश कुमार ने बिहार में जो मॉडल स्थापित किया है, वह समावेशी विकास का है. जनगणना का काम गृह मंत्रालय को कराना है. 2011 में मनमोहन सिंह की सरकार में सामाजिक आर्थिक जनगणना करायी गयी थी. जातीय गणना का काम 1994 में उत्तर प्रदेश में हुआ था, कर्नाटक में भी गणना हुई है.


जातीय जनगणना पर आरसीपी सिंह ये बोले
जातीय जनगणना पर भाजपा के विरोध के सवाल पर आरसीपी सिंह ने कहा कि इस मामले में बाल की खाल निकाली जा रही है. आरसीपी सिंह ने कहा कि बिहार की गिनती पिछड़े राज्य में होती है, लेकिन केंद्र और राज्य में एनडीए की सरकार है. केंद्र में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार चल रही है, जबकि राज्य में हमारे नेता नीतीश कुमार के नेतृत्व में सरकार चल रही है. हमें पूरा विश्वास है कि देश के साथ बिहार विकसित बनेगा. हम सब मिलकर विकसित बिहार के सपने को साकार करेंगे. 


हमारे नेता न्याय के साथ विकास के सिद्धांत पर सरकार चला रहे
इसके साथ ही आरसीपी सिंह ने कहा कि बिहार में हमारे नेता न्याय के साथ विकास के सिद्धांत पर सरकार चला रहे, तो केंद्र में पीएम नरेंद्र मोदी सबका साथ, सबका विकास. सबका विश्वास के मूलमंत्र पर सरकार चला रहे. दोनों सरकारों का एक ही लक्ष्य है, विकास और उसको लेकर दोनों सरकारें आगे बढ़ रही हैं.
आरसीपी सिंह ने कहा कि विपक्षी पार्टियों की ओर से भले ही कुछ कहा जाता रहे, लेकिन आप ये जान लीजिये 2025 तक बिहार में नेता नीतीश कुमार के नेतृत्व में सरकार चलेगी. अगर किसी को पकाना है, तो ख्याली पुलाव पकाता रहे. 


'मंत्री बनने का मतलब ये नहीं है कि मैं संगठन का काम छोड़ दूंगा'
साथ ही केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मंत्री बनने का मतलब ये नहीं है कि मैं संगठन का काम छोड़ दूंगा. संगठन के लिए आजतक जो काम करता रहा, वो आगे भी करता रहूंगा. जनता के आशीर्वाद से ही जदयू पार्टी है. उसके नेता, विधायक और सांसद हैं. जनता के आशीर्वाद से ही मैं केंद्र सरकार में मंत्री हूं और नेता नीतीश कुमार मुख्यमंत्री हैं.