Ranchi: झारखंड भाजपा के वरिष्ठ नेता बाबूलाल मरांडी (Babulal Marandi) ने डीजीपी नीरज कुमार सिन्हा (Niraj Kumar Sinha) के सेवा विस्तार पर सवाल खड़ा किया है. साथ ही कहा कि मैंने सेवा विस्तार पर सवाल खड़े नहीं किए हैं बल्कि हमने सवाल उठाया है कि सरकार के कार्यशैली पर सरकार किस प्रकार से काम करती है. मरांडी ने आगे कहा कि इस बात को हम ने उठाया क्योंकि हमें पता चला कि सुप्रीम कोर्ट में कोई मामला किसी ने दायर किया है और 14 तारीख को सरकार को नोटिस दिया है. उसके बाद उस 16 तारीख को हम देख रहे हैं. 


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इसके आगे, मरांडी ने डीजीपी (Jharkhand DGP) के सेवा विस्तार पर कहा कि नोटिफिकेशन के जिस कागज के तहत इनको डीजी बनाया गया उसका प्रकाशन 13 तारीख है लेकिन मुझे लगता है कहीं न कहीं यह बैकडेटिंग कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि विश्वास नहीं होता है कि सरकार ने 13 तारीख को इतना बड़ा फैसला लिया और इस कई दिनों के बाद प्रकाशित किया गया. आखिर इतने दिनों तक सरकार के इस फैसले को रोक कर क्यों रखा गया, यह समझ नहीं आता है.


साथ ही भाजपा नेता ने कहा कि लोगों को बीच कई प्रकार की बातें चल रही हैं तो मैंने कहा कि वास्तविकता तो मैं नहीं जान रहा लेकिन जो दिखाई पड़ा उस पर स्पष्ट रूप से बातें कर रखा है. मुझे लगता है सरकार को इस तरह के काम से बचना चाहिए और इस प्रकार काम को नहीं करना चाहिए.


'बाबूलाल पूरी तरह से बेरोजगार हो गए हैं'
वहीं, इस मामले पर झारखंड के पेयजल स्वच्छता मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने कहा, 'अगर कोर्ट की अवमानना होगी तो उसके लिए कानून है और न्यायालय का जो मंतव्य वह न्यायालय देगी उसका पालन होगा, जहां तक बाबूलाल मरांडी का सवाल है वह पूरी तरह से बेरोजगार हो गए हैं.' मंत्री ने कहा कि मरांडी को कुछ काम चाहिए, वो निरंतर पत्र लिखते रहते हैं और पत्र अगर राज्य हित में हो और राज्य की विकास की बात हो, या कैसे राज्य का विकास हो तो उनकी बात को सरकार स्वीकार करेगी. साथ ही मंत्री ने कहा कि राज्य हित में सीएम का जो भी सुझाव होगा, उसका स्वागत है. 


'विपत्ति के समय विपक्ष का सकारात्मक रुख होना चाहिए'
इसके अलावा, कांग्रेस नेता व झारखंड सरकार के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा है कि विपत्ति के समय विपक्ष का सकारात्मक रुख होना चाहिए और बाबूलाल मरांडी जी चीजों को समझते हैं सरकार चला चुके हैं. वह काफी अनुभवी नेता हैं. बाबूलाल के आरोप पर मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा है कि जब सरकार से आप पूछ रहे हैं सारे फैक्ट को माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने क्या कहा है बाबूलाल मरांडी जी ने क्या कहा है कि इन सब चीजों को गौर करने के बाद ही कुछ बताया जाएगा.