Soulmate और लाइफ पार्टनर में क्या है अंतर? इन बातों से पहचानें जीवन में किसका क्या है महत्व
Why Soulmate And Life Partner Important: अक्सर लोग जीवनसाथी और सोलमेट में कंफ्यूज हो जाते हैं, लेकिन ऐसा जरूरी नहीं कि एक ही व्यक्ति में आपको दोनों का एहसास मिले. आज हम जानेंगे दोनों के बीच में अंतर...
Soulmate And Life Partner Difference In Life: कई बार लोग कहते हैं, कि उन्हें उनका सोलमेट मिल गया और उससे शादी कर लेते हैं. उन्हें लगता है कि सोलमेट वही है जिससे शादी हो और जो जीवन साथी हो. लेकिन ऐसा जरूरी नहीं है. ये जरूरी नहीं कि एक इंसान में आप अपना सोलमेट और जीवनसाथ दोनों पा लें.
आपको बता दें, आपको जीवन में दोस्त या फिर आपके परिवार का कोई भी मेंमबर जो आपसे इमोशनली ज्यादा जुड़ा हो, वो आपका सोलमेट हो सकता है. दरअसल, सोलमेट वो इंसान होता है जो लाइफ में कई सारी चीजों की सीख देकर चला जाता है. हो सकता है वो आपके साथ जीवनभर साथ न रहे. वहीं, लाइफ पार्टनर एक ऐसा व्यक्तित्व होता है जो आपके साथ अपना पूरा जीवन बिताता है. आपके हर सुख-दुख में साथ रहता है. इलसिए इन दोनों व्यक्तित्व में कंफ्यूज न हों...आइय जानें दोनों में अंतर..
सोलमेट और लाइफ पार्टनर में अंतर
1. जीवन भर का साथ
रिलेशनशिप एक्सपर्ट के अनुसार, लाइफ पार्टनर आपसे शादी करके आपके जीवन की हर छोट-बड़ी चीजों का हिस्सा बन जाता है. वह हमेशा आपके साथ खड़ा होता है. वह आपकी खुशी के लिए बहुत से जतन भी करता है. लेकिन वहीं जो सोलमेट होता है, वो आपको जीवन में कई तरह की बातें सिखा जाता है. ये बातें आध्यात्म और भावनाओं से बी जुड़ी हो सकती हैं. उससे आप जीवन में जीने का तरीका भी सीखते हैं. वो आपको कई बार आपके बुरे वक्त से बाहर निकालने में मदद भी करता है.
2. जुड़ाव महसूस होता है
जब आपको लगता है कि अब हमें हमारा सोलमेट मिल गया है तो ऐसे में आप उसके साथ एक अलग तरह का जुड़ाव महसूस करने लगते हैं. आपका दिल और दिमाग उसके साथ रहने पर काफी शांत होता है. वहीं सोलमेट आपके जीवन में सिखाने के उद्देश्य से आता है. उसे पूरा करके वह इस रिश्ते को आगे नहीं बढ़ाता है बल्कि दोस्त पर ही खत्म कर देता है. लेकिन जब आप किसी के साथ काफी कंफर्टेबल महसूस करने लगते हैं, तो उसके साख जिंदगी गुजारने का प्लान करते हैं. यह एक लॉन्ग लास्टिंग रिलेशन के रूप में लाइफ पार्टनर का ही होता है.
3. किस तरह का कनेक्शन होता है
जीवन में जब एक सोलमेट होता है, तो उसके साथ आप कुछ डीप इमोशनल कनेक्शन महसूस करते हैं. इससे आप अपनी बात सामने वाले को आसानी से समझा पाते हैं. वहीं वो भी आपको समझता है. जबकि लाइफ पार्टनर्स के साथ आप प्रैक्टिकली जुड़ते हैं. उसके सपोर्ट, जिम्मेदारियों में हाथ बटाना और अंडरस्टैंडिंग को भी महसूस करते हैं. ये रिश्ता जीवनसाथी का होता है.