Know Your Relationship Type: जब किसी को किसी इंसान से प्यार होता है, तो वो एक अलग एहसास होता है. यूं कहा जा सकता है, कि प्यार की फीलिंग बहुत ही अलग होती है. इसके होने भर से इंसान का चेहरा खुशी से खिल उठता है. अपने लवर को देखने या फिर सोचने मात्र से ही गुड फीलिंग्स आने लगती हैं. प्यार केवल कपल के बीच ही नहीं बल्कि और भी कई रिश्तों में होता है और हर रिश्ता अपना खास होता है. ऐसा माना जाता है, कि प्यार तो हर किसी को हो जाता है, लेकिन उस प्यार को निभाना सबसे बड़ी बात होती है. हालांकि पुराने समय में तो शादी होने के बाद ही लोगों को अपने पार्टनर से प्यार होता था. 


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वहीं आजकल के समय में लोग पार्टनर चुनने से पहले उसे अच्छी तरह जान-समझ लेते हैं फिर कोई फैसला लेते हैं. ऐसे में लोग एक दूसरे के साथ शादी से पहले वर्चुअल तरीके से रहकर सामने वाले को समझने की कोशिश करते हैं. लेकिन इन सब के बीच क्या आपको पता है, कि शादी से पहले हम जिस तरह के रिलेशनशिप में रहते हैं, आखिर वो क्या कहलाते हैं? आज हम जानेंगे यहां उन चार तरह के अफेयर के बारे में जिनके चक्कर में शादी से पहले ज्यादातर लोग पड़ते हैं....


1. भावनाओं से जुड़े होते हैं
बहुत से लोग शादी से पहले अपने लिए रिश्ता ढूंढते समय कुछ ऐसे लोगों से मितले हैं, जिनसे उनका भावनात्मक जुड़ाव हो जाता है. इस तरह के रिश्ते में दो लोग कभी भी शारीरिक तौर पर नहीं जुड़ते हैं. ये एक ऐसा अफेयर होता है, जिसमें दो लोग इमोशनली जुड़े होते हैं. 


2. शारीरिक जुड़ाव
इस तरह के अफेयर में दो लोग सिर्फ अपनी शारीरिक जरूरूतों को पूरा करने के लिए रहते हैं. उन्हें बाकी चीजो से मतलब नहीं होता. है. यह एक ऐसा अफेयर हैं, जो कई तरीकों से कॉमन है. अगर आपका भी ऐसा कोई रिलशन है, जिसमें केवल शारीरिक जरूरतों को ही पूरा किया जा रहा है, तो इसे समझें.


3. बदले की भावना 
कुछ लोग इस तरह के रिलेशन में बदले की भावना लेकर रहते हैं. वे केवल अपने पार्टनर से बदला लेने की ही मंशा रखते हैं. उन्हें रिश्ते में किस तरह नीचा दिखाएं, इसी प्रयास में रहते हैं और मौका मिलते ही वो चुकते नहीं हैं. पार्नर की इंसल्ट करना उनका उद्देशय रहता है. 


4. मौके की तलाश
इस तरह के अफेयर को अवसरवादी अफेयर कहते हैं, यानी जब दोनों लोगों में से कोई एक दूसरे इंसान का फायदा उठा लेता है. ज्यादातर ऐसे अफेयर लोग तब करते हैं, जो उनकी फाइनैंशियल स्थिति खराब होती है. जैसे ब्रकेअप होने के बाद सहारा ढूंढना, ऑफिस जाते समय लिफ्ट की तलाश आदि.