How To Stop Taking Things Personally: बहुत से लोग चीजों को बहुत गहराई से महसूस करते हैं और हर चीज को व्यक्तिगत रूप से लेते हैं। इसका मतलब यह है कि वो सबकुछ दिल से सोचते हैं फिर भले ही वो चीजें उनसे संबंधित न हों. खुद को महत्व देने की हाई फीलिंग के साथ रहने से चीजों को व्यक्तिगत रूप से लेना लाजमी होता है. इसलिए ऐसे लोगों को लगता है कि सब कुछ उनके चारों ओर घूमता है. ऐसे में आज हम आपको कुछ ऐसी बाते बताने जा रहे हैं जिनके कारण आप बातों को व्यक्तिगत रूप से ले रहे होंगे, तो चलिए जानते हैं (How To Stop Taking Things Personally) कौन से हैं वो कारण.....


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नकारात्मक आत्म-चर्चा


यह जाने बिना कि यह धीरे-धीरे नकारात्मक आत्म-चर्चा की ओर ले जा रहा है, स्वयं की आलोचना करना बहुत आसान है. इसलिए, नकारात्मकता का सामना करने पर आप आसानी से उस पर विश्वास कर लेंगे.


बचपन का आघात


यदि एक बच्चे के रूप में भावनात्मक समर्थन की कमी रही है और आपको अपने माता-पिता द्वारा दोषी ठहराया गया है, तो यह इस भावना को जन्म दे सकता है कि आप उपहास और अपमानित होने के योग्य हैं.


कम आत्मसम्मान


कम आत्मसम्मान आपको इस बारे में चिंतित कर सकता है कि दूसरे आपके बारे में क्या सोचते हैं. यह भी चीजों को व्यक्तिगत रूप से लेने का एक कारण हो सकता है.


Perfectionism


Perfectionism को अपने बारे में आलोचनाओं को स्वीकार करने में कठिनाई होती है क्योंकि वे अपने लिए अवास्तविक स्टेंडर्स निर्धारित करते हैं.


तनाव या थकान


तनाव या थकान आसानी से एक कारण हो सकता है कि आपने किसी की कमेंट्स को गलत क्यों समझा और चीजों को व्यक्तिगत रूप से लिया.


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)


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