Sleeping Tips: पति पत्नी यदि अलग अलग बेड पर सोते हैं तो इसके उन्हें कई फायदे हैं. एक रिसर्च में पता चला है कि 4 में से 1 कपल ऐसा होता है जो अलग-अलग बेड पर सोते हैं. 2017 में नेशनल स्लिप फाउंडेशन का सर्वे कहता है कि जो अलग-अलग बेड पर सोते हैं. उनके बीच की बॉन्डिंग और ज्यादा अच्छी बनती है. दोनों एक दूसरे को अच्छे से समझते हैं और एक दूसरे का ख्याल भी रखते हैं. ऐसे लोग अपने हिसाब से लाइफ को बेहतर बनाते हैं. इनकी लाइफ अन्य लोगों की लाइफ से बिल्कुल अलग होती है.


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अलग-अलग सोना गलत नहीं


पहली बात तो यह है कि पति-पत्नी का अलग-अलग सोना बिल्कुल भी गलत नहीं है. हर व्यक्ति को अपनी निजी जिंदगी में स्वतंत्रता जरूरी है. किसी जोड़े का पर्सनल रिलेशन कैसा है और वह किस तरह से अपने इस रिलेशन में रहकर जीना चाहता है. यह सब जोड़ो पर ही निर्भर करता है. इसलिए हम आपको बता दें कि अलग-अलग सोने के काफी फायदे हैं. इसमें कोई नुकसान नहीं है. यदि पति-पत्नी अलग-अलग सोते हैं तो इसका मतलब यह नहीं कि वह एक दूसरे को समझ नहीं रहे हैं. ऐसा सोचना बिल्कुल गलत होगा.


दोनों को मिलती है एक अच्छी नींद


यदि कोई जाेड़ा अलग अलग साेता है तो उसे रात में एक अच्छी नींद मिलती है. डिस्टरबेंस कम होता है. यदि उसका पार्टनर रात में टीवी देखना या ऑफिस का काम करना चाहता है तो वह भी कर सकता है. हमेशा फिजिकल इंटिमेसी के साथ-साथ इमोशनल इंटिमेसी की भी जरूरत होती है. 


सेक्स लाइफ भी होती है बेहतर


जो जोड़े अलग-अलग सोते हैं उनकी सेक्स लाइफ काफी बेहतर होती है. एक रिसर्च के मुताबिक ऐसे जोड़े जो एक दूसरे से थोड़ी दूरी बनाकर रखते हैं उनकी सेक्स लाइफ ज्यादा बेहतर साबित होती है. पहली चीज तो वह चिड़चिड़ाते नहीं है और थके हुए भी नहीं लगते हैं. यह बॉडी इश्यूज के लिए भी अच्छा होता है. कई बार महिलाएं अपने ही शरीर को लेकर असहज महसूस करती हैं और ऐसे में रात को कुछ समय एकांत में बिताने में उनका कॉन्फिडेंस बूस्ट हो जाता है. इसलिए भी कभी-कभी अकेले साेना चाहिए.


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)


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