Tips To Avoid Argument: मजाक में नोकझोंक रिश्तों के बीच प्यार को बढ़ाने का काम करती है. लेकिन कभी-कभी छोटी नोंकझोंक बड़ी लड़ाई की वजह बन जाती है. दोस्ती, प्यार या फिर कोई भी पारिवारिक रिश्ता हो लड़ाई होना कहीं पर भी सही नहीं है. पति-पत्नी या पार्टनर्स की लड़ाई भलें ही उस वक्त खत्म हो जाए, लेकिन इसके जख्म दिल में बस जाते हैं. इसलिए झगड़े से बचकर रहना ही फायदेमंद है. हम कुछ टिप्स के जरिए झगड़े को अवॉइड कर सकते हैं. 


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सामने वाले की बात सुनें


झगड़े की मुख्य वजह यही होती है कि दोनों एक-दूसरे को सुनने को राजी नहीं होते हैं. ऐसी स्थिति में लड़ाई बढ़ने लगती है, इसलिए पहले सामने वाले की बात अच्छी तरह सुनें फिर ही कुछ फैसला लें और सोच-समझकर शांत मन से कुछ बोलें. 


अपनी मर्यादा न भूलें


कई लोग गुस्से में बेकाबू हो जाती हैं. ऐसे में वे न उम्र का लिहाज करना भूल जाते हैं. ये छोटी सी गलती जीवनभर के लिए भारी पड़ सकती है. चाहें कितनी भी तगड़ी बहस क्यों न हो रही हो, लेकिन आपको अपनी मर्यादा नहीं भूलनी चाहिए. 


गुस्से में न बोलें


झगड़ा तब बढ़ने लगता है जब आप दोनों एक-दूसरे की बात को गलत ठहराने पर तुल जाते हैं. इस तरह शब्दों की बौछार होती रहती है, लेकिन इस बहस कोई अच्छा नतीजा नहीं निकलता है. क्योंकि गुस्से में दोनों ही एक-दूसरे की बात को सुनना पसंद नहीं करते हैं. इसलिए गुस्से में बोलने से बचना चाहिए. जब शांत माहौल हो जाए उसके बाद आराम से अपना पक्ष रखें. 


बच्चों की लड़ाइयां


बच्चों की लड़ाइयां भी बड़ी बन जाती हैं. बच्चे मिट्टी की तरह होते हैं. उन्हें बचपन में जैसी शिक्षा दी जाए वे वैसे ही बन जाते हैं. अगर बच्चे झगड़ा करते हैं तो उनका साथ देने के बजाय उन्हें सही और गलत में फर्क करना सिखाएं. कई बार माता-पिता बच्चे को बुरा न लगे इसलिए दूसरे लोगों में कमी निकाल देते हैं, ऐसा करना सही नहीं है. बच्चों को प्यार से समझाएं और सही-गलत का फर्क बताएं. 


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)


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