नई दिल्ली. आचार्य चाणक्य (Chanakya) द्वारा लिखित चाणक्य नीति (Chanakya Niti) में मनुष्य के जीवन से जुड़ी हर बात का उल्लेख किया गया है. चाणक्य नीति मनुष्य को सफलता (Success) की ओर जाने का मार्ग दिखाती है. अगर कोई मनुष्य आचार्य चाणक्य (Chanakya) की बातों का अनुसरण करता है तो उसका पूरा जीवन खुशहाली के साथ व्यतीत होता है.


सफलता मिलने के बाद भी कुछ बातों का रखें ध्यान


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आचार्य चाणक्य (Chanakya) के अनुसार, मनुष्य को सफलता (Success) प्राप्त करने के लिए कठिन परिश्रम (Hard Work) करना पड़ता है. लेकिन सफलता प्राप्त करने के बाद उसको बनाए रखना बेहद कठिन होता है. मनुष्य को जीवन में सफल होने के पश्चात भी कुछ बातों का हमेशा ध्यान रखना चाहिए अन्यथा सफलता आपसे दूर चली जाती है और आपको असफलता का मुंह देखना पड़ता है. चाणक्य नीति (Chanakya Niti) के अनुसार, सफलता मिलने के बाद इन बातों का हमेशा ध्यान रखना चाहिए.


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मन में न आने दें अहंकार


चाणक्य के अनुसार, कुछ लोगों को सफलता (Success) मिलते ही अहंकार (Ego) आ जाता है. इसके बाद वे हर किसी का अपमान (Insult) करने लगते हैं. जिन लोगों ने उसका बुरे वक्त में साथ दिया है, वे उन सबसे दूरी बना लेते हैं. ऐसे लोगों के पास सफलता (Success) ज्यादा दिनों तक नहीं टिकती है. इसलिए कभी भी सफल होने के बाद अहंकार को अपने आस-पास भी न आने दें.


वाणी पर रखें नियंत्रण


चाणक्य (Chanakya) के अनुसार, मनुष्य को सफलता (Success) के शिखर पर चढ़ने के बावजूद अपनी वाणी पर नियंत्रण रखना चाहिए. अक्सर देखा जाता है कि सफलता मिलने के पश्चात लोगों का बातचीत का तरीका बदल जाता है. वह अपनी कठोर वाणी से दूसरे के दिल को ठेस पहुंचाने लगते हैं. दूसरे लोगों का अपमान करने लगते हैं, लेकिन विनम्र स्वभाव वाले लोगों को सभी पसंद करते हैं. मधुर वाणी और विनम्र स्वभाव सफल व्यक्ति के गुण होते हैं.


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मानव हित के लिए करें कार्य 


चाणक्य के अनुसार, कुछ लोग जीवन में सफल (Success) तो हो जाते हैं लेकिन वह मानव हित में कोई कार्य नहीं करते हैं. सफल व्यक्ति को जीवन में मानव हित में कार्य करने चाहिए. इससे उनका समाज में मान सम्मान बना रहता है. इसके साथ ही दूसरों लोगों को भी सफल होने के लिए हमेशा प्रेरित करना चाहिए. चाणक्य के अनुसार, जो लोग मानव हित में कार्य नहीं करते सफलता उनके पास ज्यादा दिन तक नहीं टिकती है.


रिश्तों की अहमियत को समझें


चाणक्य के अनुसार, कुछ लोगों के सिर पर सफलता (Success) का नशा चढ़ जाता है. ऐसे लोग रिश्तों को अहमियत देना बंद कर देते हैं. उनको लगता है कि अगर कोई उनकी जिंदगी (Life) में नहीं रहेगा तो उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ेगा और फिर एक दिन ऐसा आता है कि वह इंसान अकेला रह जाता है और उसके पास से सफलता भी दूर चली जाती है. चाणक्य के अनुसार, सफलता का मजा अपनों के बीच ही है इसलिए अगर आप हमेशा सफलता के शिखर पर बना रहना चाहते हैं तो रिश्तों की अहमियत को समझें.


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