Akhil Bharatiya Akhara Parishad: महाकुंभ 2025 से पहले अखाड़ों ने उठाया बड़ा कदम, प्रमुख 3 अनी अखाड़े अब...
Mahakumbh 2025 Date: जनवरी 2025 में प्रयागराज महाकुंभ को लेकर अखाड़े एकजुट हो रहे हैं. साथ ही अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद आज मीटिंग करके कई मुद्दों पर अहम चर्चा करेगा.
Prayagraj Mahakumbh 2025: प्रयागराज अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद से जुड़ी बड़ी खबर आ रही है. आज महाकुंभ 2025 की तैयारियों के लिए अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद और मेला प्राधिकरण की बैठक हो रही है. इस बैठक में अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी और महामंत्री हरी गिरी मौजूद रहेंगे. साथ ही सभी 13 अखाड़ों के अध्यक्ष और सचिव भी बैठक में शामिल रहेंगे. बैठक में महाकुंभ को लेकर अखाड़ों के संतो की राय ली जाएगी.
लंबे समय बाद हुए एकजुट
दरअसल, अखाड़ा परिषद पिछले कुछ समय से दो धड़ों में बंट गई थी. अब अखाड़ा परिषद महाकुंभ से पहले फिर से एकजुट हो गई है. साथ ही तीनों अनी अखाड़ों का महाकुंभ से पहले अखाड़ा परिषद में विलय हो गया है. ये - निर्मोही अनी अखाड़ा, दिगंबर अनी अखाड़ा और निर्वाणी अनी अखाड़े हैं, जिनका अखाड़ा परिषद में विलय हुआ है. इसके पहले तीनों अनी अखाड़ों ने अखाड़ा परिषद से दूरी बना ली थी, लेकिन अब महाकुंभ से पहले एक बार फिर से अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद एक साथ आ गए हैं.
इन मुद्दों पर चर्चा
इस बैठक में मेला प्राधिकरण, साधु संतों को मिलने वाली सुविधाओं और सहूलियत को लेकर चर्चा करेगा. साथ ही अखाड़ा परिषद के सदस्य फर्जी संतों को महाकुंभ में शिविर न देने की भी बात मेला प्राधिकरण के आधिकारियों से करेंगे.
अखाड़ों का इतिहास
अखाड़ा साधुओं का वह दल है जो शस्त्र विद्या में भी पारंगत रहता है, उसे अखाड़ा कहते हैं. कहा जाता है कि आदि शंकराचार्य ने आठवीं सदी में 13 अखाड़े बनाए थे. आज तक वही अखाड़े बने हुए हैं और उन्हें ही देश में मान्यता दी गई है. शैव, वैष्णव और उदासीन पंथ के संन्यासियों के मान्यता प्राप्त कुल 13 अखाड़े हैं. कुंभ या अर्धकुंभ में साधु-संतों के कुल 13 अखाड़े शामिल होते हैं और स्नान पर्व की शुरुआत करते हैं.
शैव संन्यासी संप्रदाय के 7 अखाड़े
1. श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी- दारागंज प्रयाग (उत्तर प्रदेश).
2. श्री पंच अटल अखाड़ा- चैक हनुमान, वाराणसी (उत्तर प्रदेश).
3. श्री पंचायती अखाड़ा निरंजनी- दारागंज, प्रयाग (उत्तर प्रदेश).
4. श्री तपोनिधि आनंद अखाड़ा पंचायती - त्रंब्यकेश्वर, नासिक (महाराष्ट्र).
5. श्री पंचदशनाम जूना अखाड़ा- बाबा हनुमान घाट, वाराणसी (उत्तर प्रदेश).
6. श्री पंचदशनाम आवाहन अखाड़ा- दशाश्वमेघ घाट, वाराणसी (उत्तर प्रदेश).
7. श्री पंचदशनाम पंच अग्नि अखाड़ा- गिरीनगर, भवनाथ, जूनागढ़ (गुजरात).
बैरागी वैष्णव संप्रदाय के 3 अखाड़े
8. श्री दिगम्बर अनी अखाड़ा- शामलाजी खाकचौक मंदिर, सांभर कांथा (गुजरात).
9. श्री निर्वानी आनी अखाड़ा- हनुमान गादी, अयोध्या (उत्तर प्रदेश).
10. श्री पंच निर्मोही अनी अखाड़ा- धीर समीर मंदिर बंसीवट, वृंदावन, मथुरा (उत्तर प्रदेश).
उदासीन संप्रदाय के 3 अखाड़े
11. श्री पंचायती बड़ा उदासीन अखाड़ा- कृष्णनगर, कीटगंज, प्रयाग (उत्तर प्रदेश).
12. श्री पंचायती अखाड़ा नया उदासीन- कनखल, हरिद्वार (उत्तराखंड).
13. श्री निर्मल पंचायती अखाड़ा- कनखल, हरिद्वार (उत्तराखंड).
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)