नई दिल्ली. देशभर में दिवाली (Diwali) का त्योहार धूमधाम से मनाया जा रहा है. इस दिन धन की देवी मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा की जाती है. ऐसा माना जाता है कि दिवाली के शुभ दिन मां लक्ष्मी खुद धरती पर आती हैं और अपने भक्तों पर विशेष कृपा बरसाती हैं. दीयों के पर्व दिवाली पर महालक्ष्मी पूजन का विशेष महत्व है. इस दिन जो भक्त पूरे विधि-विधान से मां लक्ष्मी की पूजा-अर्चना करते हैं, उन पर सुख-समृद्धि बनी रहती है.


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दिवाली पर साय: काल में मां लक्ष्मी की पूजा करना सबसे शुभ माना गया है.


499 सालों बाद ग्रहों का दुर्लभ योग
ज्योतिषाचार्य के अनुसार, आज दिवाली के खास अवसर पर 499 साल बाद ग्रहों का बेहद शुभ संयोग बना है. इससे पहले ऐसा संयोग साल 1521 में बना था. आज अमावस्या तिथि 14 नवंबर दोपहर 2:17 बजे से शुरू होगी और दूसरे दिन 15 नवंबर को सुबह 10:36 बजे तक रहेगी. इस वजह से मां लक्ष्मी का पूजन 14 नवंबर शनिवार को ही होगा.


इसी खास संयोग की वजह से ही नवरात्रि स्थापना भी शनिवार को ही थी. यह योग जातकों के लिए बेहद हितकारी माना जाता है.


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32 साल बाद ग्रहों का दुर्लभ योग
आज दिवाली पर 32 साल बाद एक योग और बना है. दरअसल दिवाली पर सर्वाथ सिद्धि योग बना है. इससे पहले ऐसा शुभ योग 9 नवंबर सन् 1988 में बना था. 32साल पहले भी सूर्य, बुध, चंद्रमा, तुला राशि में थे. इस वजह से जातकों की आर्थिक स्थिति सुधरेगी.


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1521 में बना था ऐसा संयोग
दिवाली पर आज गुरु, शुक्र और शनि का भी दुर्लभ संयोग है. आज गुरु ग्रह अपनी राशि धनु में, शनि अपनी राशि मकर में और शुक्र कन्या राशि में नीचे का रहेगा. गुरु, शुक्र और शनि का ऐसा संयोग 499 साल पहले 1521 में बना था. गुरु और शनि व्यक्ति की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने वाले कारक ग्रह माने जाते हैं.


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