Ancestors Salvation: हिंदू मान्यताओं के अनुसार घर की सुख और शांति और जीवन में सफलता प्राप्ति के लिए पितरों का आशीर्वाद वंशजों के लिए बहुत जरूरी है. मृत्यु के बाद कई बार पितरों को मुक्ति नहीं मिल पाती और ऐसे में वंशजों द्वारा किए गए तर्पण, श्राद्ध कर्म आदि से ही उनकी आत्मा को तृप्ति किया जा सकता है. कई बार लोग पितरों को प्रसन्न करने और उनकी आत्मा की शांति के लिए पितृ पक्ष का ही इंतजार करते हैं. लेकिन ऐसा जरूरी नहीं है कि पितरों की आत्मा की शांति के लिए सिर्फ पितृ पक्ष में ही उपायों को किया जाए. गीता में बताए ये उपाय भी पितरों की आत्मा को शांत कर सकते हैं.  जानें ऐसे में क्या किया जा सकता है. 


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गीता के इस अध्याय से मिलेगी पितरों की आत्मा को मुक्ति


ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जिन पितरों को मोक्ष की प्राप्ति नहीं होती है. उनके परिजनों को गीता के 18 अध्याय का पाठ करना चाहिए. मगर कोई यदि इन सभी अध्याय का पाठ करने में सक्षम नहीं है तो उसे पितृ मुक्ति से जुड़ा गीता का सातवां अध्याय जरूर पढ़ना चाहिए. ऐसा करने पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है.


घर की इस दिशा में लगाएं पितरों की तस्वीर


दूसरे उपाय में घर की दक्षिण दिशा में पितरों की तस्वीर लगानी चाहिए. ऐसा करने से पितृ प्रसन्न होते हैं. साथ ही उनके आशीर्वाद से हमेशा घर में सुख शांति के साथ समृद्धि की प्राप्ति होती है. इस बात का खास ख्याल रखें कि कभी भी पितृ की तस्वीरों को घर के बेडरूम, किचन, मंदिर या फिर ऐसी जगहों पर ना लगाएं जहां पर इनकी मनाही होती है. ऐसा करने से व्यक्ति के जीवन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता ही है.


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)