Astrology: ग्रहों के अनुसार चुनें अपना व्यवसाय, कभी नहीं देखनी पड़ेगी आर्थिक तंगी
Profession by Planets: बुध और गुरु को बुद्धि- ज्ञान का कारक, वहीं, चंद्रमा को मन - कल्पना का प्रतीक माना गया है. आइए जानते हैं कुंडली में ग्रह किस तरह का काम धंधा दिलाने का मदद करते हैं.
Jyotish Shastra: मनुष्य के जीवन में ग्रहों का बहुत ही गहरा प्रभाव पड़ता है, शिक्षा और करियर के संबंध में ग्रहों की स्थिति के साथ-साथ भावों में स्थित राशियों का बहुत महत्व होता है. ग्रहों में सूर्य, मंगल, शनि, राहु और केतु को तकनीकी ग्रहों की संज्ञा दी गयी है. बुध और गुरु को बुद्धि- ज्ञान का कारक, वहीं, चंद्रमा को मन - कल्पना का प्रतीक माना गया है. आइए जानते हैं कुंडली में ग्रह किस तरह का काम धंधा दिलाने का मदद करते हैं.
सूर्य- कुंडली में ग्रहों के राजा सूर्य बलवान हों तो व्यक्ति चिकित्सक या दवा निर्माता बनता है. उच्चाधिकारी भी बन सकता है. ऐसे लोगों को महंगी धातु का निर्माण, विज्ञान से जुड़ा कार्य या प्रशासनिक सेवा की परीक्षा देना चाहिए.
चंद्रमा- जल प्रवाह का कारक होने से दूध, द्रव्य, तैलीय पदार्थ, सफेद वस्त्र, महिलाओं से जुड़ी सामग्री आदि की बिक्री करना इनके लिए लाभदायक रहता है. चंद्रमा जल सेना की प्रतियोगी परीक्षाओं में भी सफलता दिलाता है.
मंगल- यह ग्रह साहस और जोखिम पूर्ण कार्य कराता है, पुलिस सेना की प्रतियोगी परीक्षा में सफलता दिलाता है, अग्नि तत्व होने से होटल व्यवसाय, दंत चिकित्सक, सर्जन या अच्छा खिलाड़ी बन सकता है.
बुध- ग्रहों का राजकुमार चंचल और बौद्धिक क्षमता वाला होता है. बुध प्रधान व्यक्ति कुशल व्यापारी, लेखक, पत्रकार, अध्यापक, मनोरंजन और पर्यटन के क्षेत्र में जा सकते हैं. बुध परिवहन, संचार व्यवस्था, बैंकिंग व्यवसाय और आडिटिंग क्षेत्र में सफलता दिलाता है.
गुरु- गुरु का कार्य ज्ञान का प्रसार करना होता है, गुरु प्रधान व्यक्ति न्यायाधीश, वकील, राजनीतिक, समाजसेवी, संपादक, रिसर्चर हो सकते हैं.
शुक्र- शुक्र प्रमुखता वाले लोग सौंदर्य प्रसाधन, आभूषण और सुख-सुविधा वाली सामग्री के विक्रेता अधिक हो सकते हैं. इन लोगों को वाहन, कंप्यूटर, फोटोग्राफी, चित्रकारी, टीवी, होटल, अभिनय, कला काव्य के क्षेत्र में सफलता मिल जाती है.
शनि- शनि ग्रह कठिन परिश्रम से सफलता दिलाता है, लोहा कोयला आदि का व्यापार करने के साथ ही वकील, दंडाधिकारी भी हो सकता है. श्रमिक वर्ग से संबंध होने पर उत्खनन क्षेत्र में भी व्यक्ति जा सकता है. शनि के प्रभाव में व्यक्ति सेवा के क्षेत्र में गलत तरीके से पैसा कमाता है.
राहु-केतु- यह दोनों छाया ग्रह चतुर और बलवान भी है. इसके प्रभाव क्षेत्र में विमान सेवा, बिजली, टेलीफोन, दंत चिकित्सा, शोध कार्य, लाइफ सेविंग दवाओं का निर्माता बन सकता है.