What not to buy in Chaturmas: सनातन धर्म की मान्यताओं के मुताबिक चातुर्मास शुरू होने पर सृष्टि के संचालनकर्ता भगवान विष्णु निद्रा में चले जाते हैं. वे 4 महीने तक शयन अवधि में रहते हैं. इस दौरान कोई भी नया शुभ कार्य करने की मनाही होती है. यहां तक चातुर्मास के दौरान कई चीजों को खरीदना भी वर्जित माना गया है. इस बार चातुर्मास 17 जुलाई से शुरू हो रहे हैं और इसका समापन 12 नवंबर को देवउठनी एकादशी पर होगा. आज हम आपको 4 ऐसी चीजों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्हें आप चातुर्मास के दौरान भूलकर भी न खरीदें वरना आपको नौकरी- कारोबार में ऐसे झटके लगेंगे कि आप अफसोस करते रह जाएंगे. 


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गाड़ी की खरीद 


आने- जाने के लिए घर में अपना निजी वाहन होना आजकल के जमाने में बहुत जरूरी हो गया है. हालांकि इसकी खरीदारी चातुर्मास के दौरान करना अशुभ माना जाता है. कहते हैं कि इस अवधि में खरीदा गया वाहन ज्यादा नहीं चलता और उसके दुर्घटनाग्रस्त होने की संभावना ज्यादा रहती है. 


काले रंग की चीजें 


काले रंग की चीजों को भारतीय संस्कृति में अच्छा नहीं माना गया है. इस रंग को शनि देव से जोड़ा जाता है. कहते हैं कि अगर चातुर्मास के दौरान काले रंग की कोई चीज खरीदकर लाते हैं तो कुंडली में शनि की स्थिति कमजोर हो जाती है और व्यक्ति बीमारी का शिकार हो सकता है. 


इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स


चातुर्मास के दौरान इलेक्टॉनिक चीजों की खरीद करना अच्छा नहीं माना जाता. ज्योतिष शास्त्रियों के मुताबिक इन चार महीनों में भगवान हरि नींद में होते हैं, ऐसे में कुंडली में ग्रहों की स्थिति कमजोर होती है. इसी दौरान अगर आप इलेक्ट्रॉनिक चीजें ले आते हैं तो उससे स्थिति और बिगड़ सकती है. 


सोना-चांदी के जेवरात


जब तक चातुमार्स चल रहा हो, तब तक सोना, चांदी के जेवरातों को खरीदना भारतीय संस्कृति में वर्जित माना गया है. असल में इन धातुओं को सूर्य का प्रतीक माना गया है. अगर आप इन 4 महीनों के दौरान इन धातुओं से बने जेवरात खरीदते हैं तो कुंडली में सूर्य की स्थिति कमजोर हो सकती है. 


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)