Health Astrology: ज्‍योतिष में सेहत, धन-दौलत, सुख, समृद्धि आदि पाने के लिए कई उपाय बताए गए हैं. अच्‍छी सेहत भी एक बड़ी संपत्ति होती है. बुरी सेहत व्‍यक्ति को बड़े से बड़े सुख का भी आनंद नहीं लेने देती है. क्‍योंकि बीमारी में व्यक्ति शारीरिक रूप से तो परेशान होता ही है, मानसिक रूप से भी टूट जाता है. यदि बीमारी लंबी चलने वाली या क्रॉनिक हुई तो फिर वह व्यक्ति अंदर तक परेशान हो जाता है और कई बार बीमारी की स्थिति में डिप्रेशन यानी अवसाद की स्थिति में भी आ जाता है. ब्रह्मांड में जिस तरह से नौ ग्रह हैं उसी तरह से 27 नक्षत्र भी है और हर नक्षत्र के अपने अलग अलग गुण हैं. यदि इन नक्षत्रों के देवताओं की ठीक से पूजा की जाए तो रोगों से मुक्ति ही नहीं मिलती है बल्कि पूर्ण आयु भी प्राप्त होती है.  


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आरोग्य देने वाले नक्षत्र


अश्विनी- अश्विनी नक्षत्र में अश्विनी कुमारों की उपासना करने से सभी तरह के रोग दूर होते हैं और आयु भी बढ़ती है. अश्विनी कुमार को आयुर्वेद का आचार्य माना जाता है. इनकी आराधना करने से अच्छा स्वास्थ्य और सौभाग्य प्राप्त होता है और इनके आशीर्वाद से ही व्यक्ति लंबा स्वस्थ और खुशहाल जीवन जी पाता है.   



भरणी- भरणी नक्षत्र के देवता यमदेव हैं, सूर्य पुत्र यम को मृत्यु का देवता कहा जाता है. ये अच्छे और बुरे कर्मों के फल का निर्धारण करते हैं, उनकी सुंदर फूलों और कपूर से पूजा करने पर आकस्मिक मृत्यु से मुक्ति मिलती है.   



मृगशिरा- मृगशिरा नक्षत्र में सुंदर पुष्पों से पूजित होने पर उसके स्वामी चंद्र देव प्रसन्न होते हैं और पूजा करने वाले भक्त को ज्ञान और आरोग्य प्रदान करते हैं. चंद्र को सोम भी कहते हैं सोम का अर्थ अमृत भी है. इनकी आराधना करने से अमृत यानी आरोग्यता की प्राप्ति होती है.  



पुनर्वसु- पुनर्वसु नक्षत्र की देवी अदिति हैं, इनकी पूजा अर्चना करनी चाहिए. पूजा से प्रसन्न होकर देवी अदिति शरीर की रक्षा करती हैं और उत्तम स्वास्थ्य प्रदान करती हैं.