Vastu Tips for Shop: जब भी कोई व्यक्ति व्यापार या किसी वस्तु के निर्माण का कार्य शुरू करता है, तो उसके पीछे उसका उद्देश्य लाभ कमाना ही होता है. ताकि उसके पास धन, संपदा, यश और कीर्ति हो. कई बार देखने में आता है कि ठीक इसका उल्टा हो जाता है यानी व्यापारिक स्थल में लाभ के बजाय लगातार नुकसान होता जाता है, या फिर कारखाने में किसी न किसी तरह के परेशानी आती जाती है.


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वास्तु दोष


 


दुकान और कारखाने से जुड़ी परेशानियां किसी न किसी तरह के वास्तु दोष होने का संकेत करती है. जब तक आप इस वास्तु दोष का निवारण या किसी तरह के उपाय को नहीं करेंगे तब तक आपको इस तरह की परेशानी का सामना करना पड़ता  ही रहेगा. देखने में आता है कि जैसे ही वास्तु दोष को ठीक करा दिया जाता है, आपका काम धंधा चल पड़ता है और फिर जिस तरह की कल्पना के साथ आपने कार्य शुरू किया था, ठीक वैसा ही होने लगता है. यानी कल्पना के अनुरूप आप कमाई करने लग जाते हैं. 


 


दुकान और कारखाने से जुड़े वास्तु दोष


 


1. भारी यंत्रों की स्थापना नैऋत्य कोण की दिशा यानी दक्षिण और पश्चिम के बीच में में ही करवानी चाहिए. 


 


2. ऐसी भूमि का चयन करना चाहिए जिसका नैऋत्य कोण उन्नत हो और उत्तर पूर्व यानी ईशान कोण की दिशा अपेक्षाकृत नीचा होने के साथ ही कोने स्थिर होने चाहिए.


 


3. दुकान का मुख उत्तर दिशा की ओर होने पर ईशान दिशा में शटर रखना चाहिए. ईशान दिशा में भगवान का वास माना जाता है. 


 


4. दुकान का मुख दक्षिण दिशा की ओर है तो आग्नेय दिशा अर्थात पूर्व और दक्षिण दिशा के बीच के भाग में शटर रखना चाहिए.