12 साल बाद 2025 में मिथुन राशि में बनेगा गजकेसरी योग, इन 5 राशियों को होगा बंपर लाभ
Gajkesri Yog 2025 Rashifal: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, गुरु ग्रह 14 मई 2025 तक वृषभ राशि में रहेगा. उसके बाद मई से अक्टूबर तक गुरु मिथुन राशि में मौजूद रहेगा. जहां 12 साल बाद गजकेसरी योग का निर्माण होगा.
Gajkesri Yog 2025 Rashifal: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, साल 2025 में गुरु का गोचर तीन राशियों में होने वाला है. सामान्य तौर पर गुरु ग्रह एक राशि में लगभग 12 महीने तक रहते हैं, लेकिन वक्री और मार्गी होने के कारण उनका संचार 2025 में तीन राशियों वृषभ, मिथुन और कर्क राशि में होगा.साल 2025 में गुरु के गोचर के गजकेसरी योग बनेगा. गुरु से बनने वाला गजकेसरी योग नए साल में किन राशियों के लिए लाभकारी साबित होगा, जानिए.
मिथुन राशि
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, 2025 में पहली बार मिथुन राशि में 28 मई को गुरु और चंद्रमा का संयोग बनेगा. धर्म और आध्यात्मिक कार्यों में रुचि बढ़ेगी. बौद्धिक क्षमता और कार्यकुशलता में वृद्धि होगी. आर्थिक परेशानियों से राहत मिलेगी और धन लाभ होगा. करियर में सफलता और पारिवारिक जीवन में सुखद अनुभव होंगे. यात्रा और पुण्य कार्यों का योग बनेगा.
कन्या राशि
बुध की राशि कन्या के जातकों को गजकेसरी योग से विशेष लाभ मिलेगा. सुख-सुविधाओं की प्राप्ति होगी.
शिक्षा और करियर में सफलता मिलेगी, विशेषकर विदेश में काम करने या पढ़ाई करने की योजना बना रहे लोगों के लिए यह समय शुभ रहेगा. वाहन सुख और विवाह के योग बनेंगे. वैवाहिक जीवन में सामंजस्य और संतोष रहेगा.
तुला राशि
तुला राशि में गजकेसरी योग 9वें भाव में बनेगा, जिससे जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा. पैतृक संपत्ति से जुड़े विवाद सुलझेंगे. घर या फ्लैट खरीदने के सपने पूरे होंगे. धार्मिक यात्रा का अवसर मिलेगा. पैतृक व्यवसाय से जुड़े जातकों को बड़ा लाभ होगा.
धनु राशि
धनु राशि के लिए यह योग 7वें भाव में बनेगा. पारिवारिक जीवन सुखद रहेगा और पिता व ससुराल पक्ष से सहयोग मिलेगा.ससुराल में शुभ कार्य होंगे. विवाह योग्य जातकों के लिए विवाह के योग बनेंगे. आर्थिक क्षेत्र में तरक्की होगी.
कुंभ राशि
कुंभ राशि के लिए गुरु का यह गोचर और गजकेसरी योग विशेष शुभ रहेगा. साढ़ेसाती के अंतिम चरण में चल रहे जातकों को करियर में उन्नति मिलेगी. आर्थिक लाभ के साथ संतान सुख का योग बनेगा. शिक्षा में सफलता मिलेगी.
धर्म-कर्म और आध्यात्मिक कार्यों में रुचि से पुण्य प्राप्ति होगी.
गजकेसरी योग क्या है? किन राशियों को मिलेगा लाभ
ज्योतिषशास्त्र के अनुसार, जब चंद्रमा और गुरु किसी राशि में एक साथ आते हैं, तो गजकेसरी योग बनता है. इसके अलावा अगर गुरु और चंद्रमा चतुर्थ, सप्तम, या दशम भाव में केंद्र स्थिति में होते हैं, तब भी यह योग प्रभावी होता है. 2025 में यह योग मिथुन राशि में बनेगा, जो मिथुन समेत कन्या, तुला, धनु और कुंभ राशि के लोगों को विशेष लाभ देगा.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)