UP Mounted Police in Mahakumbh 2025: प्रयागराज मे शुरू होने वाले महाकुम्भ को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार से लेकर शासन और प्रशासन अपनी तैयारी मे लगा हुआ है तो वहीं महाकुम्भ में लाखों की संख्या मे आने वाले लोगो की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी तमाम इंतजाम किए गए हैं. क्राउड कंट्रोल करने के लिए महाकुंभ में मुरादाबाद की डॉ भीमराव अम्बेडकर पुलिस एकाडमी के वे 15 घोड़े भी मंगाए हैं, जो हर तरह की स्थिति से निपटने के लिए सुपर ट्रेंड हैं. अकेडमी के जिन घोड़ों को महाकुंभ में लाया गया है, उनके नाम सुनकर आप भी मुस्करा उठेंगे. 


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महाकुंभ की सुरक्षा करेंगे उर्वी, स्वास्तिक, दामिनी, राठौर


कुंभ में भीड़ संभालने के लिए बुलाए गए अशवारोही दल में शामिल घोड़ों के नाम मौर्तिना, चेतक, अग्निवीर, उर्वी, दामिनी, राठौर, गौरव, सरताज़, बादल, नीलकंठ, रिमझिम, रामू,कौशल, स्वास्तिक, नगीना, फरिश्ता और प्रबल हैं. ये 15 घोड़े कुंभ के लिए मंगाए गए बाकी घोड़ों के साथ मिलकर सुरक्षा की कमान संभालेंगे. 


इस जगह से मंगवाए जा रहे घोड़े


पुलिस अधिकारियों के मुताबिक कुम्भ में मिट्टी अधिक होती है, जहां पर ये घोड़े आसानी से चल सकते हैं. साथ ही उन पर बैठकर 
पुलिसकर्मी दूर तक देख सकते हैं. कहीं बवाल होने पर पुलिसकर्मी तुरंत स्पॉट पर पहुंच सकते हैं. साथ ही दूसरे पुलिसकर्मियों को सूचना भेज जल्दी से स्थिति पर नियंत्रण पा सकते हैं. इसलिए खास आग्रह भेजकर एकेडमी से इन घोड़ों को मंगवाया गया है. 


अफसरों के अनुसार,  पुलिस ट्रेनिंग सेंटर में इन घोड़ों को भीड़ से गुस्सा होकर ना बिदकने, किसी भी परिस्थिति पर नियंत्रण करने, डमी बॉडी रास्ते में डालकर उनके बीच से सम्भलकर निकलने सहित कई अहम ट्रेनिंग दी गई है. जिसके चलते ये घोड़े अब अपने घुड़सवार पुलिसकर्मी के साथ महाकुम्भ की सुरक्षा में अहम भूमिका निभाने के लिए तैयार हैं. 


एकेडमी में किया गया घोड़ों को ट्रेंड


उन्होंने बताया कि फिलहाल ये घोड़े एकेडमी में ही हैं लेकिन वे जल्द ही अपने घुड़सवारों के साथ महाकुंभ की ड्यूटी करने के लिए रवाना हो जाएंगे. ज़ी न्यूज की टीम जब मुरादाबाद पहुंची तो महाकुंभ के लिए चयनित हुए कई घोड़े अपने ट्रेनर्स के साथ ड्रिल करते दिखाई दिए. ZEE मीडिया से बात करते हुए ट्रेनर्स ने बताया कि एकेडमी में आने वाले सभी घोड़े अन-ट्रेंड होते हैं. जिसके बाद उन्हें धीरे-धीरे परिस्थितियों के लिए ट्रेंड किया जाता है. 


ट्रेनर्स ने बताया कि प्रशिक्षण के दौरान घोड़ों को उठना, बैठना, चलना, भीड़ में चलना और किसी भी चीज से न बिदकने की ट्रेनिंग दी जाती है. एक अन्य ट्रेनर ने बताया कि ये घोड़े कुंभ मे हर तरीके से सुरक्षा करेंगे क्योंकि सिविल पुलिस के बीच मे 2 घुड़सवार घोड़े ही काफी है. उनके मुताबिक महाकुंभ के भीड़ नियंत्रण में घुड़सवार पुलिस की अहम भूमिका होती है. 


बाकी घोड़ों के साथ मिलकर कुंभ में करेंगे गश्त


Zee मीडिया से बात करते हुए ट्रेनिंग ऑफिसर ने बताया कि 6 महीने की ट्रेनिंग के टिप्स टॉप एरिया मे पेट्रोलिंग के बहुत काम आते हैं. डॉ भीमराव पुलिस एकाडमी मुरादाबाद के अपर पुलिस अधीक्षक (आउटडोर) महेन्द्र कुमार ने बताया कि कुंभ में कुल 130 घोड़े जाएंगे, जिसमें से 15 घोड़े मुरादाबाद से जाएंगे. एएसपी महेन्द्र कुमार के मुताबिक, भीड़ में, शोरगुल या कहीं कोई सामान पड़ा तो वहां हम डमी बॉडी डालकर घोड़ों को गुजारते हैं. जिससे विपरीत परिस्थिति में अगर लोग गिर जाएं तो घोड़े उन्हें रौंद न दें. अब ये घोड़े बाकी घोड़ों के साथ मिलकर गश्त करेंगे.