Shivling: शिवलिंग को शिव जी का प्रतीक माना जाता है. देश में कई धर्म स्थलों पर तो स्वयंभू शिवलिंग है जबकि बहुत से राजा महाराजा, संत महात्माओं और भक्तों द्वारा बनवाए गए शिवलिंग भी हैं. 


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रामेश्वरम में स्थित शिवलिंग
रामेश्वरम के बारे में तो आप जानते ही हैं जिसे भगवान श्री राम ने अपने इष्ट महादेव की आराधना करने के लिए स्थापित किया था. उन्होंने इसे रेत से बनाया था जिसने बाद में ठोस रूप ले लिया था. इसे देवलिंग भी कहा जाता है. 


 


कृपा करते हैं भगवान शिव
इनके अलावा भी भक्त लोग अपनी अपनी सुविधा के अनुसार शिवलिंग बना कर उनकी पूजा करते हैं. यूं तो कहा जाता है भगवान भाव के भूखे होते है और जो व्यक्ति श्रद्धा भाव से पूजा करता है, प्रभु उस पर प्रसन्न होकर अपनी कृपा बरसाते हैं. आइए जानते हैं किस शिवलिंग की पूजा करने से किस तरह के फल की प्राप्ति होती है. 


 


फूलों का शिवलिंग
फूलों से बने शिवलिंग की पूजा करने से भूमि भवन की प्राप्ति होती है इसलिए जिन भक्तों की इसे प्राप्त करने की कामना हो उन्हे फूलों के शिवलिंग की पूजा करनी चाहिए.


 


चांदी का शिवलिंग
इसी तरह चांदी के शिवलिंग की पूजा अर्चना करने से पितरों की मुक्ति होती है, ऐसे शिवलिंग का अभिषेक करने से पितर तर जाते हैं. 


 


स्फटिक का शिवलिंग
स्फटिक से बने शिवलिंग पर अभिषेक करने से मनुष्य की सारी कामनाएं पूरी होती है. जो लोग किसी तरह की मनोकामना रखते हैं किंतु प्रयास करने के बाद भी वह फलीभूत नहीं हो रही है तो स्फटिक शिवलिंग का विधि विधान से अभिषेक करें. 


 


कांस्य का शिवलिंग
कांस्य के बने शिवलिंग का अभिषेक करने से श्रद्धालु को यश कीर्ति की प्राप्ति होती है. इससे व्यक्ति को समाज में मान सम्मान और प्रशंसा प्राप्त होती है. 


 


पीतल का शिवलिंग
यदि आप विभिन्न तरह की बातों को लेकर परेशान हैं तो आपको पीतल के बने शिवलिंग पर अभिषेक करना चाहिए, इससे आपको हर तरह का सुख प्राप्त होगा. 


 


पारद शिवलिंग
पारद शिवलिंग का अभिषेक सबसे उत्तम फल देने वाला माना गया है, शिवलिंग के मात्र दर्शन करना ही सौभाग्यशाली होता है.