Astro Tips: भोलेनाथ से जुड़ा ये एक उपाय जीवन में लाएगा बड़ा बदलाव, लौट कर नहीं आएंगे बुरे दिन
Om Namah Shivay: लाख जतन करने के बाद भी अगर आर्थिक तंगी में सुधार नहीं आ रहा, तो भगवान शिव के इस मंत्र का जाप आपकी सभी समस्याओं को पल में दूर कर सकता है. ये मंत्र आपकी किस्मत बदल कर रख देगा.
Lord Shiva Mantra: कई बार व्यक्ति को कड़ी मेहनत करने के बाद भी सफलता हासिल नहीं हो पाती. लाख कोशिशों के बाद भी अगर व्यक्ति को निराशा ही हाथ लग रही है, तो ज्योतिष शास्त्र में इसे लेकर कुछ उपायों के बारे में बताया गया है. कई बार इसका कारण व्यक्ति के ग्रहों का पक्ष में न होना भी होता है. ऐसे में आर्थिक तंगी से उभरने के लिए ज्योतिष शास्त्र में भोलेनाथ के एक चमत्कारी मंत्र के बारे में बताया गया है. इस मंत्र का उच्चारण अगर विधिपूर्वक किया जाए, तो व्यक्ति की किस्मत का तारा चमक जाता है.
ज्योतिष अनुसार ओम नमः शिवाय शिव जी के सर्वोत्तम मंत्रों में से एक है. इस मंत्र के जाप से या तो आप परेशानियों से बाहर आ जाते हैं या फिर उस स्थिति की सामना करने से व्यक्ति को पर्याप्य शक्ति मिल जाती है. आइए जानते हैं ओम नमः शिवाय मंत्र जाप के फायदों के बारे में.
जीवन में सकारात्मक बदलाव के लिए
शास्त्रों में इस मंत्र को बहुत शक्तिशाली बताया गया है. ज्योतिषीयों के मुताबिक जब ओम नमः शिवाय मंत्र का जाप किया जाता है, तो ये 108 बार किया मंत्र जाप हमारे शरीर के पानी को ऊर्जा प्रदान करता है. इस मंत्र का जाप करते समय स्फटिक या फिर रुद्राक्ष की माला का जाप करें. ये जीवन में ढाल की तरह काम करता है. ग्रह की जो भी स्थिति हो, ये आपकी हर स्थिति में रक्षा करेगा. इस मंत्र का जाप व्यक्ति को 41 दिन तक अवश्य करना चाहिए. ज्योतिष शास्त्र में कहा गया है कि इस मंत्र का जाप सुबह और शाम करना चाहिए. मंत्र जाप करते समय रीढ़ का सीधा रखें. इससे जीवन में सकारात्मक बदलाव देखने को मिलेंगे.
काल सर्प दोष से मिलेगी मुक्ति
शास्त्रों के अनुसार नमः शिवाय पनाक्षरी मंत्र है. लेकिन जब उसके साथ ओम लगाया जाता है, तो ये बेहद शक्तिशाली और चमत्कारी मंत्र बन जाता है. कहते हैं कि नमः शिवाय पंच महाभूत को दर्शाता है.मान्यता है कि हर ग्रह पर शिव जी का शासन है और इस मंत्र के जाप से हम किसी भी ग्रह के दुष्प्रभाव से बाहर निकल सकते हैं. फिर चाहे वे कालसर्प दोष ही क्यों न हो. 9 ग्रह 12 नक्षत्रों से गुजरते हैं तो 108 संयोजन बनाते हैं. ऐसे में इस मंत्र को 108 बार जपने से किसी भी ग्रह के दुष्प्रभावों को दूर किया जा सकता है.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)