Ram Navami 2024: 50 कुंतल फूल, सूर्य तिलक... 500 साल बाद मनाई जा रही रामनवमी के लिए की जा रही ये तैयारियां
Ram Mandir Ayodhya: 9 अप्रैल से चैत्र नवरात्रि की शुरुआत हो रही है. वहीं, 17 अप्रैल को राम नवमी और दुर्गा नवमी मनाई जाएगी. राम जन्मोत्सव के लिए राम मंदिर अयोध्या में खास तैयारियां की जा रही हैं.
Ram Navami in Ram Mandir Ayodhya: 9 अप्रैल से चैत्र नवरात्रि की शुरुआत हो रही है. वहीं, 17 अप्रैल को राम नवमी और दुर्गा नवमी मनाई जाएगी. राम जन्मोत्सव के लिए राम मंदिर अयोध्या में खास तैयारियां की जा रही हैं. 22 जनवरी को राम मंदिर का उद्घाटन किया गया था. अब 500 साद पहली बार राम मंदिर में राम जन्मोत्सव मनाया जाएगा. इसके लिए प्राण प्रतिष्ठा के तर्ज पर ही तैयारियां की जा रही है.
50 कुंतल फूलों से सजावट
17 अप्रैल को राम नवमी के अवसर पर राम मंदिर में खास कार्यक्रम का आयोजन होगा. इस कार्यक्रम में शास्त्रिय गायकों द्वारा सोहर, बधाई गान और भक्ति गीत भी गाए जाएंगे. मंदिर को भी खास तरीके से सजाया जा रहा है. 50 कुंतल देशी और विदेशी फूलों से मंदिर की सजावट की जा रही है.
कनकभवन और हनुमानगढ़ी को भी सजाया जा रहा
मंदिर के अधिकारियों के मुताबिक गर्भग्रह के साथ-साथ बाहरी दीवारें, सीढियां, पांचों मंडपों को बहुत सुंदर तरीके से सजाया जा रहा है. इसके अलावा गुल्दावरी, गेंदे और गुलाब के फूलों से जन्मभूमि पथ और प्रवेश द्वारा बनाया जाएगा. राम मंदिर के साथ-साथ कनकभवन और हनुमानगढ़ी को भी भव्य रूप से सजाया जा रहा है.
सूर्य की किरणों से होगा तिलक
राम जन्मोत्सव के अवसर पर 17 अप्रैल को दोपहर 12 बजे रामलला का सूर्य की किरणों से तिलक होगा. बताया जा रहा है कि सूर्य की किरणें रामलला के मुख को प्रकाशित करेंगी. ये सूर्य तिलक 75 मिमी का होगा. इस सूर्य तिलक की तैयारियों के लिए कई वैज्ञानिक जुटे हुए हैं.
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कार्यक्रम का होगा लाइव प्रसारण
राम नवमी के अवसर पर राम मंदिर में लाखों की संख्या में श्रद्धालु आ सकते हैं. जो लोग राम मंदिर नहीं आ पाएंगे उनके लिए प्रसार भारती कार्यक्रम का सीधा प्रसारण करेगी. वहीं, शहर में 100 से ज्यादा LED टीवी लगाए जा रहे हैं. लाइव प्रसारण के जरिए राम भक्त घर बैठे राम लला के दरबार के दर्शन कर सकेंगे.
भीषण गर्मी को देखते हुए इंतजाम
श्रद्धालुओं को गर्मी से बचाने के लिए 600 मीटर लंबे टेंट का प्रबंध किया जा रहा है. वहीं, गर्म जमीन से बचने के लिए ज्यादा से ज्यादा क्षेत्र में मैट बिछाया जा रहा है. इसके अलावा 50 से ज्यादा जगहों पर पीने का पानी और ओआरएस पाउडर का इंतजाम किया जाएगा.