Banke Bihari Mandir In Vrindavan: बांके बिहारी का वृंदावन में भव्य मंदिर है. जहां पर दूर-दूर से भक्त उनके दर्शन के लिए आते हैं. इस मंदिर में कई रहस्य छुपे हुए हैं. बता दें कि यहां पर एक घटना घटी थी जिसके बाद बांके बिहारी की आंखों में भक्तों का देखना मना हो गया. यदि भक्त यहां बांके बिहारी के दर्शन के लिए जाते हैं तो मंदिर के पट बीच-बीच में बंद कर दिए जाते हैं. दरअसल इसके पीछे एक रोचक घटना है, जिसके बाद से ही मंदिर के पर्दे को बीच बीच में गिरा दिया जाता है. आइए विस्तार से जानते हैं कि आखिर क्यों बांके बिहारी की आंखों में देखना मना है!


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हर मिनट में गिर जाता है पर्दा


बता दें कि वृंदावन की तंग गलियों में बांके बिहारी के मंदिर में भक्त उनके दर्शन के लिए जाएंगे तो हर मिनट में पर्दे को गिरा दिया जाता है. दरअसल ऐसा इसलिए किया जाता है ताकि भक्त उनकी आंखों में आंखें ना मिला सके.


जानें क्यों गिराया जाता है पर्दा


मान्यता है कि यदि कोई भक्त दिल और मनोभाव से बांके बिहारी की आंखों में देखता है तो भक्त पर प्रसन्न हो कर बांके बिहारी उनके पीछे पीछे चल देते हैं.


राजा के पीछे चल दिए थे बांके बिहारी


एक बार राजस्थान के राजा बांके बिहारी के दर्शन के लिए पहुंचे थें. जहां वह कान्हा की आंखों को निहारते रह गए जिसके बाद राजा लौट गए. लेकिन उनके लौटने पर मंदिर से बांके बिहारी की मूर्ति भी गायब हो गई थी. जिसके बाद सब हैरान हो गए, बाद में पता चला कि बांके बिहारी अपने भक्त के भक्ति विभोर हो कर उसके पीछे चल दिए.


पूजा पाठ के बाद लौटे बांके बिहारी


पुजारियों के पूजा के बाद बांके बिहारी वापस मंदिर में स्थापित हो गए जिसके बाद से ही मंदिर में बांके बिहारी के आगे पर्दा लगा दिया गया, जिसे हर मिनट गिरा दिया जाता है ताकि फिर से बांके बिहारी की आंखों को कोई एक टक देख ना पाए.


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)