Bhog ke Niyam: हिंदू धर्म में 33 कोटि देवी देवताओं की बात की जाती है तो इससे यह तो स्पष्ट है कि सभी देवताओं ने अलग-अलग समय में अलग-अलग उद्देश्य से अवतार लिया. जब हम उनकी पूजा कर उन्हें प्रसन्न करने बैठते हैं तो हमें इस बात का भी ध्यान रखना होगा, कि कौन सा देवता को किस तरह का भोग लगाने से  वह प्रसन्न होंगे. उन्हें प्रसन्न कर निश्चित ही आप जैसा फल चाहते हैं वैसा ही प्राप्त कर पाएंगे.  


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श्रीगणपति
गणपति जी को देवताओं में सबसे प्रथम माना जाता है, इसलिए किसी भी अनुष्ठान में सबसे पहले उन्हीं की पूजा की जाती है, उनके भोग में पीली और सफेद चीजों को ही शामिल करना चाहिए. 


हनुमान जी
संकटमोचन हनुमान जी के भोग में लाल चीजें चढ़ानी चाहिए. ऐसा करने से व्यक्ति को जीवन के हर तरह के संकटों से मुक्ति मिलती है. 


श्रीकृष्ण
मथुरा और वृंदावन में गोपियों के संग रास रचाने वाले, महाभारत के युद्ध में पांडवों का साथ देने वाले भगवान श्रीकृष्ण को माखन और मिश्री का नैवेद्य बहुत पसंद है, उनकी पूजा में चाहे जितना भी भोग लगाएं लेकिन ध्यान रखिए कि उन्हें जो पसंद है वह तो खिलाना ही है. 


मां सरस्वती
विद्या की देवी माता सरस्वती को दूध, पंचामृत, दही, मक्खन, सफेद तिल के लड्डू तथा धान का लावा सबसे अधिक पसंद है इसलिए उनकी कृपा पाने के लिए इन चीजों का भोग लगाएं. 


मां दुर्गा
शक्ति का प्रतीक मां दुर्गा के भोग में केला, नारियल, मीठा हलवा, मालपुआ को शामिल करें. देवी लक्ष्मी की कृपा प्राप्ति के लिए भोग में केवल सफेद चीजों का प्रयोग करें. 


शिव जी
शिव जी को प्रसन्न करने के लिए भांग और पंचामृत का भोग लगाना चाहिए, 


विष्णुजी
खीर या सूजी के हलवे का भोग लगाना उन्हें प्रसन्न करता है. भगवान के नैवेद्य में तुलसी की पत्ती को डालकर ही भोग लगाना चाहिए.